- स्टेट गवर्नमेंट से परमीशन नहीं मिलने से फंसे पड़े हैं कई प्रोजेक्ट

- लखनऊ मंडल में बनने हैं 45 रेलवे ओवर ब्रिज

- रेलवे लाइन बिछाने के लिए चाहिए जमीन, प्रभावित होंगे 60 गांव

LUCKNOW: दुर्घटनाओं पर रोकथाम के लिए रेलवे ने लखनऊ में ब्भ् रेलवे ओवरब्रिज बनाने की तैयारी की है। इनके बन जाने से रेलवे ट्रैक पर होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आएगी। लेकिन इसके लिए हमें यहां पर जमीन चाहिए। जो बिना स्टेट गवर्नमेंट के सपोर्ट नहीं हो पाएगा। यह जानकारी नॉर्दर्न रेलवे के जीएम एके पुठिया ने दी। थर्सडे को वह राजधानी में मौजूद थे। रेलवे प्रशासन ने बीते ख्म् मई से क्0 जून तक रेल यात्री उपभोक्ता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसी के चलते जीएम ने यहां पर चारबाग रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर्स से बात कर सुविधा व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इसके अतिरिक्त उन्होंने चारबाग रेलवे स्टेशन पर लगे चिकित्सा कैम्प, बच्चों के लिए आयोजित स्केच पेटिंग प्रतियोगिता समेत यहां पर आयोजित नुक्कड़ नाटक भी देखा।

फंसे पड़े हैं कइर् प्रोजेक्ट

उन्होंने बताया कि रेलवे तो पैसेंजर्स को लगातार बेहतर सुविधाएं देने की कोशिश कर रहा है, लेकिन कई बार स्टेट गवर्नमेंट से सपोर्ट ना मिल पाने के कारण हमारे कई प्रोजेक्ट फंस जाते हैं। ऐसे ही कई अन्य मामले हैं जो बिना स्टेट गर्वनमेंट की हेल्प से पूरे नहीं किए जा सकते हैं। ऐसे ही मामलों को लेकर चीफ सेक्रेटरी के साथ बैठक भी है। उन्होंने बताया कि लखनऊ में अभी भी ऐसे कई इलाके हैं जहां पर रेलवे ओवर ब्रिज की बहुत जरूरत है। इसके बन जाने पर रेलवे ट्रैक पर होने वाले हादसों में कमी आएगी।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा लखनऊ मंडल में ब्0 ऐसी जगह चिन्हित की गई है जहां पर रेलवे क्रासिंग बंद होने के बाद भी लोग इसके नीचे से निकलने की कोशिश करते हैं। जो काफी खतरनाक है। जीएम ने बताया कहा कि ऐसे में इन क्रॉसिंग को भी बंद किया जाए। जिससे ना तो रेलवे का संचालन प्रभावित हो और ना लोगों को आवागमन भी प्रभावित हो। उन्होंने कहा कि लखनऊ मंडल में अभी भी कई ऐसे लेवल क्रॉसिंग है जहां पर रेलवे गेटमैन को फाटक खोलना और बंद करना पड़ रहा है। चीफ सेक्रेटरी से ऐसे लेवल क्रॉसिंग को बंद करने के लिए कहा जाएगा।

कई टैक्स को किया जायेगा डबल

जीएम ने बताया कि ट्रेन में सफर करने वाले पैसेंजर्स से जब उन्होंने बात की तो भीड़ की समस्या सामने आई। ऐसे में जरूरी है कि अधिक से अधिक ट्रेने चलाई जाए और लोगों को ट्रेनों के लिए इंतजार ना करना पड़े। इसके लिए रायबरेली, सुल्तानपुर समेत कई ट्रैक्स को डबल किया जाने का काम चल रहा है। इसके अलावा सभी ट्रेनों को चलाए जाने के लिए इलेक्ट्रीफिकेशन का भी विस्तार किया जा रहा है। रेलवे प्रशासन को कई इलाकों में रेलवे लाइन बिछानी है। इसके लिए केंद्र सरकार ने बजट और परमीशन दे दी है। इसमें अमेठी, ऊंचाहार समेत कई इलाके शामिल हैं। लेकिन इन रेलवे ट्रैक को बिछाने पर लगभग म्0 गांव प्रभावित होंगे। इस मुद्दे पर भी चीफ सेक्रेटरी से बात की जाएगी।

पेड़ काटने की जल्द िमले परमीशन

उन्होंने बताया कि कई बार पेड़ों के गिरने से रेलवे ट्रैक बाधित हो जाता है और रूट डायवर्ट करना मजबूरी हो जाती है। ऐसे में खामियाजा सिर्फ पैसेंजर्स को भुगतना पड़ता है। रेलवे प्रशासन ने भी ऐसे कई पेड़ों को चिन्हित किया हुआ है। यह सभी पेड़ ट्रैक के ऊपर झुके हुए हैं और कभी भी गिर सकते हैं। इनके काटे जाने की परमीशन के लिए अप्लाई किया है लेकिन उसमें बहुत टाइम लग जाता है। इस मामले में भी चीफ सेक्रेटरी को अवगत करा कर जल्द से जल्द परमीशन देने की बात की जाएगी।

नुक्कड़ नाटक का आयोजन

चारबाग रेलवे स्टेशन पर पैसेजंर्स को जागरुक करने के लिए एक नुक्कड़ नाटक 'नया सवेरा' आयोजित किया गया। नाटक में कलाकारों ने पैसेजंर्स को यह समझाया कि क्रॉसिंग बंद होने पर उसे जबरदस्ती खुलवा कर ट्रैक ना पार करे। इतना ही नहीं ट्रैक पार करते समय मोबाइल से बातचीत भी ना करे। इस नाटक में उत्तर रेलवे कल्चरल सांस्कृतिक संगठन के कलाकारों ने हिस्सा लिया। कलाकारों में डा। आर्यत कुमार मिश्रा, केएस उपाध्याय, संजीव शुक्ला, एसएन शर्मा, शंकर लाल, दिलीप कुमार, चंद्रकांत द्विवेदी, देवेश चतुर्वेदी, शैलेन्द्र श्रीवास्वत शामिल रहे। नाटक के दौरान ही एक गोपाल शुक्ला ने जीएम एके पुठिया का एक स्केच तैयार कर उन्हें गिफ्ट किया।

एक और हुआ जहरखुरानी का शिकार

एक तरफ तो रेलवे प्रशासन पैसेंजर्स को होने वाली प्रॉब्लम्स के बारे में पूछताछ कर रहा था वहीं दूसरी और चारबाग रेलवे स्टेशन पर ही एक एक व्यक्ति को जहरखुरानी का शिकार हो गया। मौके पर पहुंचे डाक्टर्स ने उसे तुरंत ही हॉस्पिटलाइज करने की सलाह दी। इस व्यक्ति के पास सिर्फ एक बैग ही दिखाइर्1 पड़ा।

एनईआर के जीएम भी चारबाग स्टेशन पहुंचे

थर्सडे को चारबाग के एनईआर स्टेशन पर महाप्रबंधक राजीव मिश्र ने पैसेंजर्स फैसल्टी का जायजा लिया। उन्होंने चारबाग, ऐशबाग, लखनऊ सिटी और बादशाहनगर स्टेशनों पर उपलब्ध पेयजल, प्रकाश व्यवस्था, कानकॉर्स एरिया, रेल यात्री मित्र बूथ, जनाहार, आरक्षण कार्यालय एवं बुकिंग कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने चारबाग से बाराबंकी तक का सफर भी किया और इस दौरान पैसेंजर्स से बातचीत कर रेलवे से मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जाना और यात्रियों से फीडबैक फार्म भी भरवाए। इस दौरान डीआरएम अनूप कुमार भी उनके साथ मौजूद रहे। राजीव मिश्रा के आने से पहले चारबाग स्टेशन पर आरपीएफ के सिपाहियों ने वहां मौजूद पैसेंजर्स को हटाना शुरू कर दिया। इस दौरान कई पैसेंजर्स और आरपीएफ सिपाहियों के बीच झड़प भी हुई। एक ओर रेलवे पैसेंजर्स को दी जाने वाली सुविधाओं को परख रहा था तो दूसरी ओर आरपीएफ के इस रवैये से पैसेजंर्स में खासा गुस्सा दिखा। लोगों ने स्टेशन पर पहुंचे राजीव मिश्रा से इसकी शिकायत भी की।

Posted By: Inextlive