-ऑनलाइन टिकट पर रेट बढ़ने से पैसेंजर्स को चुकाना होगा अधिक दाम

-जनरल टिकट पर नहीं देना होगा कोई एक्स्ट्रा चार्ज

VARANASI

ऑनलाइन टिकट कराना एक सितंबर से महंगा हो जाएगा है। महंगाई का तड़का अब रेलवे की नॉन एसी और एसी दोनों ही प्रकार के टिकटों की बुकिंग के लिए 15 से 30 रुपये तक एक्स्ट्रा पेमेंट करना होगा। टिकटों पर लगने वाला जीएसटी पहले की भांति रहेगा। दरअसल अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए सरकार अब रियायतों को कम कर रही है। इसी कड़ी में रेलवे की ओर से काफी समय से ऑनलाइन टिकटों पर मिल रही छूट का फायदा अब यात्रियों को नहीं मिलेगा।

सिस्टम में होगा चेंज

रेलवे बोर्ड ने अगस्त महीने में रेल किराए में इजाफा करने का डिसीजन ले लिया था। एक सितंबर से दरों में नए सिरे से बदलाव की तैयारी पूर्व में ही थी। आईआरसीटीसी (आईटी) के ग्रुप जनरल मैनेजर सुनील कुमार ने क्रिस (सेंटर फार रेलवे इंफार्मेशन सिस्टम) के एक पत्र जारी कर बदलाव करने को कहा है। स्लीपर क्लास के प्रत्येक 15 रुपये तो एसी कोच के टिकट 30 रुपये तक महंगे हो जाएंगे। इससे रेलवे को अब ऑनलाइन टिकटों पर काफी कमाई हो सकेगी। प्रारंभिक तौर पर अभी रेलवे में मात्र इन्हीं दो प्रकार की सेवाओं पर ही कीमतों में इजाफा किया जा रहा है।

यूटीएस के रेट में नहीं होगी वृद्धि

हालांकि नए नियम के दायरे में जनरल टिकट पर यात्रा करने वाले नहीं आएंगे। सरकार ने रेलवे में कैशलेस को बढ़ावा देने के लिए टिकटों की बुकिंग में पूर्व में एक्स्ट्रा टैक्स की दर को माफ कर दिया था। आईआरसीटीसी को नई व्यवस्था से राजस्व का भी अब काफी फायदा होगा। रेलवे के आरक्षण काउंटर्स पर लगने वाली लंबी लाइनों में लगने से बेहतर लोग ऑनलाइन टिकट आरक्षण करना बेहतर समझते हैं। वहीं काफी समय से रेलवे के ऑनलाइन टिकटों की बिक्री में इजाफा भी हो चुका है। ऐसे में रेलवे की ओर से दरों में बढोतरी के बाद आम जनता को अपनी जेब और ढीली करनी पड़ेगी। लेकिन जनरल टिकट लेने पर कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना होगा।

प्वाइंट टू बी नोटेड

-कैंट स्टेशन पर 11 जरनल टिकट काउंटर हैं

-एक टिकट काउंटर कैंटोनमेंट एरिया में स्थित रिजर्वेशन सेंटर में है।

-डेली 30 लाख रुपये के टिकट की होती है बिक्री।

-काउंटर से 18 लाख रुपये के टिकट की सेल होती है।

-एटीवीएम से छह हजार रुपये के टिकट की सेल होती है।

Posted By: Inextlive