-एमपी में भी था वांटेड, एमपी पुलिस पहुंची लखनऊ

-छत्तीसगढ़ और दिल्ली पुलिस के भी रडार पर था बेदी

KANPUR/LUCKNOW(16 July): रेलवे रिक्रूमेंट बोर्ड के पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने सरगना बेदी राम को लखनऊ से अरेस्ट किया है। एसटीएफ ने दावा किया है कि बेदीराम इंटर स्टेट गैंग आपरेट करता है। बेदी राम ख्00म् में आरआरबी की समूह घ परीक्षा, ख्008 में आरआरबी की ही सहायक लोको पायलट और ख्009 में भी आरआरबी के ही एक एग्जाम के पेपर लीक कराने के मामले में अरेस्ट किया जा चुका है। एसएसपी एसटीएफ अमित पाठक ने बताया कि मौजूदा पेपर लीक मामले में भी जो कार्रवाई चल रही है उसमें भी बेदी राम और उसके भतीजे दीपक का नाम सामने आया था जिसके बाद से एसटीएफ ने इन दोनों की तलाश तेज कर दी थी।

मध्यप्रदेश में भी था वांटेड

अमित पाठक ने बताया कि बेदी राम मध्यप्रदेश में भी पिछले एक साल के दौरान पेपर लीक कराने के दो मामलों में वांटेड था। मध्यप्रदेश में आयुष यानी आयुर्वेदिक मेडिकल आफिसर का एग्जाम पेपर और पिछले साल पीसीएस का जनरल नालेज और हिंदी का पेपर लीक हुआ था। इस मामले में भी बेदी राम की तलाश थी।

पहुंची मध्यप्रदेश पुलिस

एसटीएफ ने बेदी राम को लखनऊ के आशियाना से हिरासत में लेने के बाद जब पूछताछ की तो बेदीराम का कनेक्शन एमपी, छत्तीसगढ़, दिल्ली तक में लीक हुए पेपर के मामले में कनेक्शन सामने आने लगे। एसटीएफ ने इसकी सूचना मध्यप्रदेश एसटीएफ को भी दी। मध्य प्रदेश एसटीएफ की एक टीम भी लखनऊ बेदीराम से पूछताछ करने पहुंच गयी है। माना जा रहा है कि एमपी पुलिस फरदर पूछताछ के लिए बेदी राम को ट्रांजिट रिमाण्ड पर भोपाल ले जाएगी।

गैंगेस्टर के तहत होगी कार्रवाई

एसएसपी ने बताया कि बेदी राम पिछले क्ब् साल से सिर्फ प्रदेश ही नहीं बल्कि दूसरे प्रदेशों में भी प्रिंटिंग प्रेस से मिली भगत कर पेपर आउट कराने का काम कर रहा था। कई बार यह पुलिस के हत्थे भी चढ़ा लेकिन कोई संगीन धारा के तहत कार्रवाई ना होने से वह छूट जाया करता था। उन्होंने बताया कि प्री मेडिकल टेस्ट का पेपर आउट कराने के मामले में सीबीआई की टीम ने भी इसे अरेस्ट किया था। लेकिन इस बार बेदी राम और उसके साथियों पर एसटीएफ गैंगेस्टर लगाने की तैयारी कर रहा है। ताकि इस बार अधिक समय तक के लिए जेल भेजा जा सके।

यूपी के कई शहरों के साथ देश के कई हिस्सों में है नेटवर्क

एसटीएफ सोर्सेज की मानें तो बेदी राम ने अपनी पूरी फैमिली को इसी काम में इंवाल्व कर रखा था। वाराणसी और इलाहाबाद के साथ लखनऊ इसका मेन सेंटर था। यहां से बैठ कर वह बरेली, मेरठ, आगरा, गोरखपुर और कानपुर में होने वाले एग्जाम पर नजर रखता था। प्रदेश के बड़े शहरों में एजेंट के थ्रू पूरा गैंग बेदी राम लखनऊ बैठ कर आपरेट कर रहा था। इसके अलावा वह प्रदेश से बाहर एमपी, बिहार, छत्तीसगढ़ और दिल्ली पुलिस के रडार पर भी था।

डायरी और लैपटाप की तलाश

एसटीएफ को बेदी राम के उस डायरी और लैपटाप की भी तलाश कर रही है जिसमें सभी एग्जाम के हिडेन कोड और पैसों का लेनदेन शामिल है। हालांकि पुलिस को अभी यह दोनों ही चीजें हाथ नहीं लगी हैं। पुलिस को दीपक की भी तलाश है जिसके दिल में भी पेपर लीक के कई राज दफन हैं।

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चंद लीकेज से हुई पैसों की बारिश

लखनऊ के गोमतीनगर और ट्रांसपोर्ट नगर जैसे एरिया में तीन मकान, आशियाना और लखनऊ के दूसरे पॉश इलाकों में भी प्रॉपर्टी। इसके अलावा जौनपुर में आलीशान मकान और वाराणसी में एक मकान। यह है उस बेदी राम की डिटेल जिसने पिछले क्ब् साल में पेपर के लीकेज से यह प्रॉपर्टी इकट्ठा की है।

Posted By: Inextlive