-रेलवे यूटीएस व रिजर्वेशन काउंटर्स पर हर हाथ में हजार-पांच सौ के नोट

-एडवांस बुकिंग पर जोर, फुटकर न होने की दलील दे लौटाने पर हंगामा

VARANASI

एक हजार व पांच सौ के नोट कैंसिल होने के बाद भी इंपार्टेट सर्विस के लिहाज से जिन जगहों पर यह लागू नहीं था, बुधवार को वहां भी लोगों को निराशा हाथ लगी। कैंट रेलवे स्टेशन के टिकट व रिजर्वेशन काउंटर्स पर सुबह से ही अन्य दिनों की अपेक्षा लाइन में लगे लोग परेशान रहे। हर हाथ में हजार व पांच सौ के नोट के बाद भी शुरुआत तो सामान्य रही लेकिन कुछ देर बाद चेंज न होने की बात कहकर लोगों को लौटाया जाने लगा। उनका रिक्वेस्ट भी बेकार साबित हुआ।

भड़के पैसेंजर्स

काउंटर्स पर लंबी लाइन में लगने के बाद भी टिकट न मिलने से निराश लोगों ने दिशा-निर्देशों का हवाला देते हुए हंगामा कर दिया। बवाल बढ़ता उसके पहले आनन फानन में आरपीएफ ने व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए मोर्चा संभाल लिया। छोटे टिकट के लिए बड़ी नोट के साथ आए कई किनारे खड़े कर दिए गए। इसमें जरूरतमंदों ने तो व्यवस्था कर टिकट लिया या फुटकर का जुगाड़ होने तक लाइन के बाहर खड़े रहे। इसमें अपना नोट कैश कराने पहुंचे लोग भी शामिल रहे। आरपीएफ कैंट प्रभारी अर्जुन के अनुसार ज्यादातर लोग असुरक्षा की भावना से भी स्टेशन पर नोट भजाने पहुंचे थे, उन्हें ही लाइन से हटाया गया। जरूरतमंदों ने फुटकर का जुगाड़ होने तक इंतजार कर टिकट लिया। रेलवे ऑफिसर के अनुसार आपसी सामंजस्य से कोई खास परेशानी नहीं हुई। हालांकि यूटीएस टिकटों की सेल ख्0 परसेंट तक अधिक हुई।

रोडवेज के पैसेंजर्स घटे

सरकारी बसों में फुटकर की समस्या से दो चार लोगों ने अपनी जर्नी कैंसिल करना ही बेहतर समझा। आधी रात से एक हजार व पांच सौ रुपये बंद कर दिए जाने से रोडवेज बसेस में लोगों को छोटे टिकट के लेनदेन में समस्या आने लगी। सुबह होते ही यह बिकराल रुप धारण कर लिया। इससे परेशान लोग अपनी जर्नी कैंसिल कर दिए। बहुत सारे लोग घर से निकले ही नहीं, जिसके चलते रोडवेज स्टैंड कैंट पर अन्य दिनों की अपेक्षा भीड़ कम रही।

Posted By: Inextlive