-एनईआर में एचआइएमएस के जरिये आपस में जुड़ जाएंगे सभी रेलवे हॉस्पिटल

-वाराणसी के 95 परसेंट कर्मियों का बना उम्मीद कार्ड

रेलवे कर्मचारी, रिटायर हो चुके कर्मी और उनके फैमिली मेंबर्स अब किसी भी रेलवे हॉस्पिटल में अपना ट्रीटमेंट करा सकेंगे। एनइआर ने गंभीर बीमारी वाले रेलकर्मियों को जरूरत पड़ने पर घर से ही संबंधित डॉक्टर्स से ऑनलाइन परामर्श लेने की भी सुविधा दी है। यह सुविधा देने के लिए समस्त रेलवे हॉस्पिटल में हास्पिटल इंफार्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम (एचआइएमएस) लागू किया जा रहा है। इसके माध्यम से रेलवे के सभी हॉस्पिटल आपस में ऑनलाइन जुड़ जाएंगे।

वेबसाइट पर अपलोड होगा डाटा

रेलकर्मी अपना कार्ड दिखाकर कहीं भी इलाज करा सकते हैं। हॉस्पिटल में इलाज कराने वाले सभी मरीजों का विवरण एचआइएमएस में लोड कर दिया जाएगा। मरीज के रोग की पूरी हिस्ट्री, चल रहे इलाज, पूर्व में किए गए इलाज, चल रही दवाइयां, जांच रिपोर्ट आदि सिस्टम में सुरक्षित रहेगा। सिस्टम के तहत आउटडोर या इनडोर मरीजों को ऑनलाइन टोकन जारी कर दिया जाएगा। मरीज टोकन के जरिये संबंधित डॉक्टर्स से संपर्क कर परामर्श ले सकते हैं। चिकित्सक रोगी का ऑनलाइन डिटेल देखकर सलाह दे सकते हैं। दवा लिखकर संबंधित कर्मी को ऑनलाइन फारवर्ड भी कर देंगे। फिलहाल यह व्यवस्था लखनऊ मंडल के बादशाहनगर, गोंडा व ऐशबाग हॉस्पिटल में लागू हो गई है। वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के हॉस्पिटल में जल्द लागू हो जाएगी।

जारी हो रहा उम्मीद कार्ड

सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह के मुताबिक एनई रेलवे के सभी कíमयों को उम्मीद कार्ड जारी किया जा रहा है। एचआइएमएस में कार्ड का कोड डालते ही रेलकर्मी का पूरा विवरण सामने आ जा जाएगा। इसके बाद रेलकर्मी को ऑनलाइन टोकन जारी हो जाएगा। वाराणसी के 95 परसेंट कíमयों का कार्ड बन चुका है। कार्ड बन जाने के बाद इनको सिर्फ संबंधित हॉस्पिटल में कार्ड दिखाना होगा।

Posted By: Inextlive