सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट के खाते में पहली बार जमा हुई इतनी बड़ी धनराशि

पूर्व असिस्टेंट कमिश्नर ग्रेड-1 ने भेजा था 164.48 करोड़ का नोटिस

आयातित माल पर आईटीसी का लाभ ले रहा था रेलवे

ALLAHABAD: सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट इलाहाबाद में तैनात पूर्व असिस्टेंट कमिश्नर गे्रड-1 आरके कुरील ने तीन महीने के कार्यकाल में जो धुआंधार पारी खेली थी। उसका असर उनके स्थानांतरण के बाद भी दिखाई दे रहा है। पूर्व असिस्टेंट कमिश्नर आरके कुरील के नोटिस से घबराए मिनिस्ट्री ऑफ रेलवे ने सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट में 55 करोड़ रुपया टैक्स जमा किया है। ये सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट के इतिहास में एक साथ जमा होने वाली अब तक की सबसे बड़ी धनराशि है। रेलवे द्वारा अभी 109.48 करोड़ रुपया और जमा किया जाना है। क्योंकि रेलवे ने नियम व शर्तो के विपरीत आयातित माल पर इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लिया था।

पकड़ी गई थी रेलवे की गड़बड़ी

सिविल लाइंस स्थित वाणिज्य कर विभाग के खंड 11 में मिनिस्ट्री ऑफ रेलवे एक व्यापारिक संस्था के रूप में रजिस्टर्ड है। जीएसटी लागू होने के बाद रेलवे ने उत्तर प्रदेश के बाहर से 1270.95 करोड़ रुपये का माल खरीदा। शर्त के अनुसार रेलवे को इस पर कोई आईटीसी यानी इनपुट टैक्स क्रेडिट नहीं लेनी थी। इसके बाद भी रेलवे ने 252.52 करोड़ रुपये की गलत आईटीसी ली। इसमें से 164.48 करोड़ रुपये का टैक्स रेलवे को जमा करना था, लेकिन जमा नहीं किया गया। इसे लेकर पूर्व एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 आरके कुरील ने रेलवे को नोटिस भेजा था।

इन संस्थाओं ने खरीदा है माल

मिनिस्ट्री ऑफ रेलवे की संस्था में डीजल लोकोमोटिव वर्कर्स वाराणसी, माडर्न कोच फैक्ट्री रायबरेली, आरडीएसओ लखनऊ, उत्तर मध्य रेलवे जोन समेत विभिन्न आठ उप संस्थाओं ने माल खरीदा है। संस्था द्वारा जो सेवाएं माल ढुलाई, यात्री किराया आदि दी जाती है, उस पर पांच फीसदी टैक्स लगता है।

मिनिस्ट्री ऑफ रेलवे द्वारा अगस्त 2017 से कर जमा न करने के कारण एसआईबी द्वारा नोटिस भेजा गया था। नोटिस को गंभीरता से लेते हुए रेलवे ने 55.47 करोड़ रुपया जमा कराया।

रामप्रसाद

असिस्टेंट कमिश्नर ग्रेड-2

सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट इलाहाबाद

Posted By: Inextlive