2018 जनवरी में एक दर्जन से अधिक आधुनिक सफाई मशीनों की मांग की गई थी

30 से 35 हजार यात्रियों का रोजाना फुटफॉल रहता है सिटी स्टेशन पर

4 नंबर प्लेटफार्म से पांच नंबर पर यात्रियों की सबसे ज्यादा आवाजाही

70 सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी सिटी स्टेशन पर

10 माह बाद भी मशीन न मिलने से स्वच्छता सर्वेक्षण में काटे गए नंबर

साल भर से अधर में सफाई मशीनों की सप्लाई के लिए भेजा प्रस्ताव

आधुनिक मशीनों से होगी स्टेशन की सफाई

Meerut। पुरजोर मेहनत और स्टेशन परिसर समेत कॉलोनी में साफ सफाई की व्यवस्था को दुरुस्त रखने के बाद भी मेरठ सिटी स्टेशन स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछले साल से भी 77 अंक पिछड़ गया। इसका कारण सामने आया कि मेरठ में अभी कई आधुनिक मानकों की शुरुआत ही नही हो सकी है और उनके नंबर मेरठ को नही मिले। इसमें स्टेशन परिसर व प्लेटफार्म की साफ सफाई आधुनिक सफाई मशीनों से किया जाना भी शामिल है। इसके लिए सिटी स्टेशन द्वारा साल की शुरुआत से डिमांड शुरु कर दी थी लेकिन साल के अंत तक भी मशीनें उपलब्ध नही हो पाई हैं।

बजट में अटकी मशीनें

दरअसल, स्वच्छता सर्वेक्षण शुरु होने से पहले ही जनवरी 2018 में रेलवे सैनेट्री विभाग द्वारा स्टेशन की बारीकी से सफाई करने के लिए एक दर्जन से अधिक आधुनिक सफाई मशीनों की मांग की गई थी। इन मशीनों से तेजी से प्लेटफार्म समेत यात्री वेटिंग रूम, टिकट घर, बुकिंग काउंटर आदि जगहों की सफाई की जानी थी लेकिन 10 माह बाद भी मशीन नही मिल सकी जिनके अंक इस सर्वेक्षण में काटे गए। ऐसे अब रेलवे प्रबंधन इन मशीनों की जल्द सप्लाई कराने में जुट गया है।

कम हैं सफाई कर्मचारी

मेरठ सिटी स्टेशन पर प्रति दिन 30 से 35 हजार यात्रियों का फुट फाल रहता है। पांच प्लेटफार्म में से चार पर अधिकतर यात्रियों की दिनभर आवाजाही रहती है। ऐसे में पहले इन प्लेटफार्म पर साफ सफाई के लिए 70 सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी। लेकिन इस सर्वेक्षण से पहले ही सफाई कर्मचारियों की संख्या मे कटौती करते हुए आधी कर दी गई। इससे इस सर्वेक्षण में काफी हद तक नुकसान उठाना पड़ा।

इन मशीनों की डिमांड

वॉक बिहाइंड स्क्रबर ड्रायर

मैनुअल स्वीपर

वाटर जेट प्रेशर मशीन

वैक्यूम क्लीनर

50 फीट लैडर

20 फीट एल्युमिनियम लैडर

फागिंग मशीन

हैंड कम्प्रेशर स्प्रे पंप

3 फीट वाइप

फ्लोर मोपर

साफ सफाई में हम बेहतर थे लेकिन केवल मशीनें आधुनिक ना होने के कारण कुछ नंबरों का नुकसान हुआ। इनकी डिमांड भी लगातार की जा रही है। अब दोबारा डिमांड की जाएगी।

वीरेंद्र कुमार, चीफ सेनेट्री प्रभारी

Posted By: Inextlive