- पानी की निकासी के लिए नहीं है कोई व्यवस्था

- प्रतिदिन कचहरी में आते हैं हजारों लोग

Meerut। मेरठ कचहरी में बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या हो जाती है। इसका मुख्य कारण है वहां पर नाली का न होना। जिसके कारण वहां पर पानी की निकासी नहीं हो पाती है। हल्की से बारिश होते है वहां जलभराव हो जाता है। कई दिनों तक जलभराव की समस्या बनी रहती है।

नहीं आता सफाई कर्मी

नगर निगम की ओर से वहां पर कोई सफाई कर्मी नहीं आता है। अधिवक्ताओं के द्वारा निजी खर्चे पर सफाई कर्मी बुलाया जाता है। कई बार निगम को लिखकर दिया जा चुका है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है।

जलभराव की समस्या कोई नहीं है। जब भी बारिश होती है। कचहरी में पानी भर ही जाता है। पैदल चलना भी दूभर हो जाता है। यह हालात तब है जब यहां पर प्रतिदिन वकीलों के अलावा हजारो लोग आते हैं।

-चरण सिंह, अधिवक्ता

कचहरी में पानी की निकासी नहीं है। यहां पर पहले नाली नहीं थी। लेकिन इस बार बार की ओर से नाली का निर्माण कराया गया है। शायद इस बार जलभराव की समस्या से जूझना ना पड़े।

-सचिन देव, अधिवक्ता

गंदगी और जलभराव कचहरी क्या शहर की सबसे बड़ी समस्या है। नगर निगम सफाई की ओर कोई ध्यान नहीं देता है। सफाई के नाम पर केवल खानापूर्ति की जाती है। कोई ऐसा नाला या नाली नहीं जो गंदगी से न भरे हुए हो।

-कृष्ण पहल, अधिवक्ता

जलभराव हर साल की समस्या है। अब तो वकील इसके आदि हो गए हैं। पानी भर जाने के कारण खासी दिक्कत होती है। यहां पर हजारों लोग आते हैं। बावजूद इसके जलभराव से निजात के लिए कोई कदम नहीं उठाया जाता है।

-झम्मन सिंह, अधिवक्ता

प्रश्न - कचहरी में हर साल जलभराव होता है

उत्तर- मानसून आने वाला है इसीलिए हर जगह नालों की सफाई की जा रही है। मानसून आने से पहले सफाई अभियान पूरा कर लिया जाएगा। कचहरी में इस बार जलभराव नहीं होगा।

प्रश्न - मानसून आने पर ही क्यों होती है सफाई

उत्तर- मानसून आने पर नहीं बल्कि पूरे साल सफाई अभियान चलाया जाता है।

प्रश्न- जलभराव का स्थाई निदान क्यों नहीं किया जाता

उत्तर- इसका स्थाई निदान यह है कि नालों और नालियों में कूड़ा ना डाले जाए। सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।

पहले वहां पर नाली नहीं थी। जिसके कारण जलभराव होता था। इस बार नाली का निर्माण करा दिया गया है। जलभराव नहीं होना चाहिए।

रेनू गुप्ता, पार्षद वार्ड 41

Posted By: Inextlive