जापान में बारिश ने पिछले पचास साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। दो दिन में 500 मिमी बारिश के कारण कई इलाके भीषण बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। बाढ़ की चपेट में फुकुशिमा शहर भी है। हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक लाख से ज्यादा लोग अपने घर छोडक़र चले गए हैं।

इटाऊ तूफान के बाद मची तबाही
जापान में भारी बारिश और बाढ़ से ये तबाही इटाऊ नाम के ट्रॉपिकल तूफान के आने के बाद मची है। इस बीच प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने आपात केंद्र स्थापित करने की बात कही है। लगातार दूसरे दिन मूसलाधार बारिश से किनुगावा नदी उफान पर है। टोक्यो से तकरीबन 50 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित जोसो इलाका जलमग्न हो गया है। कई घर तबाह हो चुके हैं। क्षेत्र में अभी दो सौ मिमी और बारिश की आशंका जताई गई है। प्राकृतिक आपदा में 17 लोगों के घायल होने के अलावा दो अन्य लापता हो गए हैं।

राहत और बचाव कार्य जारी
राहत एवं बचावकर्मी हेलीकॉप्टर से बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने में जुटे हैं। सैकड़ों लोग घरों के छत पर बचावकर्मियों का इंतजार कर रहे हैं। राहत और बचाव कार्य में फिलहाल सेना के 12 हेलीकॉप्टर और 55 जवानों को लगाया गया है। जरूरत पडऩे पर इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। 

औसत से दुगनी बारिश हुई और अभी और बरसने की है संभावना  
इटाऊ तूफान के चलते पिछले 48 घंटे में होंशू द्वीप पर सितंबर में होने वाली औसतन बारिश की तुलना में दोगुना ज्यादा पानी बरस चुका है। कुछ जगहों पर नदियों ने अपना दायरा तोडक़र विकराल रूप धारण कर लिया है। अधिकारियों के मुताबिक बाढग़्रस्त इलाके की आबादी तकरीबन पचास लाख है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद आठ लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी गई है।

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Posted By: Molly Seth