बदलते मौसम से बुजुर्गों और बच्चों को रहना होगा सतर्क

आगरा। गुरुवार सुबह से ठंडी हवा तो चल ही रही थी। शाम होते-होते बारिश भी हो गई और आगरा का मौसम अचानक ठंडा हो गया। अब मौसम विभाग के अनुसार सुबह-शाम की सर्दी बढ़ गई है। इस बदलते मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को केयरफुल रहना होगा।

सामान्य से अधिक था दिन का टेंपरेचर

अब तक दिन का टेंपरेचर (28 डिग्री सेल्सियस) सामान्य से अधिक चल रहा था, जो कि इन दिनों में अब तक कम होना चाहिए। इसे एक्सप‌र्ट्स ग्लोबल वार्मिग इफेक्ट कह रहे थे। बारिश होने के बाद दिन के तापमान में कमी आई है। वहीं रात का टेंपरेचर भी कम हो गया है। रात का टेंपरेचर 16 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। आने वाले दिनों में रातें ठंडी और दिन में गर्मी जैसा माहौल होगा। ये बच्चों और सीनियर सिटीजंस के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसी स्थिति में उन्हें केयरफुल रहना होगा। अस्थमा, सीओपी और सांस के पेशेंट्स को एक्स्ट्र केयरफुल रहना होगा। इस मौसम में स्वाइन फ्लू भी अटैक कर सकता है। इस मौसम में लॉन्ग और अदरक की चाय पीएं।

छाया रहेगा कोहरा

मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को सुबह बादल छाए रह सकते हैं। तीन दिसंबर तक कोहरा छाए रहने की आशंका है। ऐसी स्थिति में मिनिमम टेंपरेचर 13 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। वहीं मेक्सिमम टेंपरेचर 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है।

हार्ट पेशेंट्स भी रहें सावधान

डॉक्टर कहते हैं कि ऐसे मौसम में सावधानियां बरती जाएं तो बीमारियों से बचा जा सकता है। बदलते हुए मौसम में बच्चों को हमेशा फुल स्लीव ही पहनाएं। अगर बच्चा छोटा है तो उसे वुलन क्लोथ और टोपी जरूर पहनाकर ही बाहर निकलने दें। इसके अलावा बच्चों के खाने-पीने का विशेष ख्याल रखें। बुजुर्गो को भी इस मौसम में कपड़ों और खाने-पीने का ध्यान रखना चाहिए। ऐसे मौसम में सर्दी-जुकाम या बुखार चुपके से हमला करते है। बढ़ती सर्दी में हार्ट और लंग्स के पेशेंट्स एक्स्ट्रा हैल्थ कॉसिंयस रहना होगा। आलस की वजह से लोग अपने शरीर खासतौर से अपने दिल को तंदुरुस्त रखने पर ध्यान नहीं देते, जबकि सर्दियों में सबसे ज्यादा खतरा दिल को रहता है।

बरतें ये सावधानियां

- अत्यधिक तनाव लेने से बचें, क्योंकि यह आपके शरीर की बीमारियों और संक्रमण से लड़ने की क्षमता को कमजोर करता है।

- रोजाना करीब आधा घंटा एक्सरसाइज जरूर करें। इससे बॉडी फिट होगी और रोगों से लड़ने की क्षमता मजबूत होगी।

- जब कभी आप सर्दी, जुकाम या बुखार से पीडि़त हों, तो ज्यादा से ज्यादा आराम करने की करें। गर्म और तरल पदाथरें का सेवन अधिक से अधिक करें।

- सर्दी और फ्लू वायरस की वजह से होते हैं, इसलिए इनमें एंटीबायटिक न लें। अमूमन सर्दी या फ्लू होने से पहले गला खराब हो जाता है। ऐसे में चाय, कॉफी या गुनगुना नींबू पानी व शहद का सेवन करने से आराम मिलता है।

बारिश होने के बाद भी हवा नहीं हुई साफ

ऐसा माना जाता है कि बारिश होने के बाद हवा साफ हो जाती है। हवा में मौजूद सूक्ष्म कण बारिश से पानी के साथ जमीन पर आ जाते हैं। लेकिन, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अनुसार शाम छह बजे एक्यूआई 207 रहा। इसमें एनओ 2 56, एसओ 2 25, सीओ2 67 रहे।

इस मौसम में बच्चों को पूरी तरह से वुलन क्लोथ पहनाकर रखें। बुजुर्ग भी वुलन कपड़े पहनें। सीओपी, अस्थमा और हार्ट के पेशेटं्स अपना ज्यादा ख्याल रखें।

- डॉ। मुकुल अग्रवाल, फिजिशियन

Posted By: Inextlive