Ranchi : संडे की रात से ही बदला सिटी के मौसम का मूड मंडे को भी वैसा ही रहा. मंडे की सुबह सूरज के उगने से पहले बारिश शुरू हुई. सूरज निकला पर कुछ मुरझाया हुआ. बारिश की बौछार ने ठंड इतनी बढ़ाई कि सुबह लोगों का उठना मुहाल हो गया. कई लोग सुबह उठे और फिर बादलों से घिरे मौसम का मूड देखकर रजाई ओढ़कर सो गए. सुबह नौ बजे तक मौसम ऐसा रहा कि अहसास ही नहीं हुआ कि सुबह हो गई है. दस बजे के बाद बूंदा-बांदी खत्म हुई पर इसका असर यह हुआ कि ठंड अचानक से बढ़ गई. ठंड बढऩे से घर के बाहर लोग कोट और मफलर टोपी लपेटे रहे और जो घर में रहे वे कंबल-रजाई में दुबके रहे.

तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरेगा पारा

बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के मीटियरोलॉजिस्ट ए वदूद ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में बादल छाए रहे और बारिश हुई। मंडे को दिनभर में कांके में 10.2 मिमी बारिश हुई। बारिश की वजह से टेम्प्रेचर में तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ सकती है, जिससे ठंड और कनकनी बढ़ जाएगी। वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग के रांची सेंटर के मुताबिक, मंडे को रांची में 3.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। रांची में दिन का टेम्प्रेचर 22.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो नॉर्मल से एक डिग्री सेल्सियस नीचे है। वहीं, रात का टेम्प्रेचर 13.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो नॉर्मल से पांच डिग्री सेल्सियस ऊपर है।

बादल छटते ही और बढ़ेगी ठंड

भारत मौसम विज्ञान विभाग के रांची सेंटर के मुताबिक अगले 48 घंटे तक आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे। बारिश की भी संभावना है। दिन का टेम्प्रेचर 22 डिग्री सेल्सियस और रात का 11 डिग्री सेल्सियस के करीब रहेगा। ए वदूद ने बताया कि बादल छटते ही रात का पारा तेजी से नीचे गिरेगा। इससे ठंड अचानक बढ़ जाएगी।

Coffee की चुस्कियों संग होती रही हंसी-ठिठोली

लबों पर कॉफी का प्याला क्या लगा, ठंड से ठिठुरते शरीर में जैसे ताजगी आ गई। मंडे को रिम्स की एमबीबीएस स्टूडेंट्स को जब ठंड को मात देने की जरूरत महसूस हुई, तो वे सहेलियों संग गप करते रिम्स कैंपस स्थित कॉफी शॉप जा पहुंचीं। वहां कॉफी की चुस्कियों के साथ उन्होंने एक-दूसरे के साथ हंसी-ठिठोली भी की। वहीं, जीईएल चर्च कॉम्प्लेक्स की रेलिंग से सटे यूथ भी कॉफी की चुस्कियां लेते हुए ठंड भगाते दिखे। सीसीडी में भीड़ इतनी दिखी कि यूथ के बैठने के लिए जगह कम पड़ गई। ठंड को एंज्वॉय करते हुए केएफसी के रेस्टॉरेंट में भी यूथ ग्रिल चिकन और हॉट कॉफी को एंज्वॉय करते दिखे। सीसीडी में कॉफी एंज्वॉय करने गए युवक आशीष बजाज ने कहा कि जब ठंड की रफ्तार बढ़ जाए, तो कॉफी के प्याले से बढिय़ा सुकून भरा ड्रिंक और कोई नहीं है। एक कप कॉफी और ठंड गायब।

कोहरे ने flights को किया late

मंडे को मौसम का असर फ्लाइट्स पर भी दिखा। दिल्ली में कोहरे के कारण दिल्ली से आनेवाली फ्लाइट मंडे को देर से रांची पहुंची। इससे एक तरफ जहां इस फ्लाइट से आ रहे पैसेंजर्स को रिसीव करने पहुंचे लोगों को काफी इंतजार करना पड़ा, वहीं इन फ्लाइट्स से रांची से दिल्ली व पटना जानेवाले पैसेंजर्स को भी प्रॉŽलम हुई। दिल्ली से आनेवाली जेट एयरवेज की फ्लाइट मंडे को अपने फिक्स्ड टाइम 1.40 के बजाय 2.45 बजे रांची पहुंची। वहीं, एयर इंडिया की फ्लाइट 2.50 के बजाय 3.15 बजे रांची पहुंची।

Record 2008 के नाम

रांची में जनवरी में मिनिमम टेम्प्रेचर का ऑल टाइम रिकॉर्ड 2008 के नाम है। एक जनवरी 2008 को रांची का रात का टेम्प्रेचर 3.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था, जो अब तक का सबसे कम रिकॉर्डेड टेम्प्रेचर है। रांची में सबसे ज्यादा ठंडक जनवरी में ही पड़ती है। जनवरी में यहां ऑन एन एवरेज मिनिमम टेम्प्रेचर 9.9 डिग्री सेल्सियस और मैक्सिमम टेम्प्रेचर 23.2 डिग्री सेल्सियस रहता है।

11 जनवरी तक सभी schools बंद रखने का फरमान 

डीसी विनय कुमार चौबे ने सिटी में कंपकंपाती ठंड को देखते हुए 11 जनवरी तक रांची में सभी प्राइवेट और गवर्नमेंट स्कूल्स को बंद रखने का फरमान जारी किया है। इससे पहले अभिभावक मंच के अजय राय ने डीसी को इस संबंध में मेमोरेंडम सौंपा था, जिसमें बढ़ती ठंड को देखते हुए स्कूल बंद रखने की रिक्वेस्ट की गई थी।

बच्चों को ठंड से बचाकर रखें

बढ़ती ठंड ज्यादातर बच्चों को अपना शिकार बना रही है, इसलिए उनका खास ख्याल रखना जरूरी है। बच्चों को ठंड से बचाने के ये टिप्स अपनाएं :

-बच्चों को धूप निकलने के बाद घर से बाहर निकालें और शाम ढलने से पहले घर के अंदर ले आएं।

-उन्हें पीने के लिए गुनगुना पानी दें और खाना गरमागरम ही खिलाएं।

-ओस मिली हवा बच्चों की सांस में इन्फेक्शन पैदा करती है, इसलिए ऐसी हवा से बच्चों को बचाकर रखें।

-हो सके तो रूम को गर्म रखें।

-वूलेन कपड़ों से बच्चों को लपेट कर रखें।

डॉ नरेश भगत, पीडियाट्रिशियन, सदर अस्पताल, रांची

 

होता है heart attack का खतरा 

-ठंड की वजह से सर्दी, खांसी, खराश, सिर दर्द, पेट दर्द और लूज मोशन की प्रॉŽलम्स बढ़ सकती हैं। ठंड की वजह से हार्ट अटैक, परालिसिस अटैक भी हो सकता है और अस्थमा के पेशेंट्स के लिए भी यह मौसम खतरनाक है। इसलिए खुद को ठंड से बचाकर रखें।

-ठंडे पानी से न नहाएं वरना जुकाम हो सकता है।

-ठंडा खाना भी आपको बीमार कर सकता है।

-हो सके, तो घर के अंदर रहें या बाहर शरीर को ढंक कर रखें।

-स्किन केयर पर खास ध्यान दें।

-बच्चों और बूढ़ों की देखरेख पर खास ध्यान दें।

-डॉ संजय कुमार सिंह, मेडिसीन डिपार्टमेंट, रिम्स

Posted By: Inextlive