- शाम 5 बजे के बाद सड़कों पर दिखी पब्लिक

- सिटी के बाहरी एरिया में जल जमाव के कारण घरों से निकला हुआ मुश्किल

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द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : नगर निगम लाख दावे करे, फिर भी सिटी जल जमाव से मुक्त नहीं करा पा रहा है। सोमवार से शुरू बारिश ने मंगलवार को सिटी को जल जमाव ने कैद में ले लिया। शाम 6 बजे मुख्य सड़क हो या मोहल्ले की गलियां, सभी जगह जल जमाव की हालत बनी रही। हालांकि इस बार बारिश बंद होने के 3 से 4 घंटे के अंदर सिटी के प्रमुख एरियाज से तो पानी निकल गया, लेकिन बाहरी एरिया में जल जमाव की हालत बनी रही।

वाटर लॉगिंग में कैद हो गई जिंदगी

बारिश बंद होने के तीन से चार घंटे तक सिटी के अंदरूनी एरिया को जल जमाव से मुक्ति मिल गई, लेकिन बाहरी एरिया में गलियां बंद हो गई। चिलमापुर से भरवलिया वाला रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया। इस रोड पर पहले ही नाले की खुदाई की गई है और मिट्टी के कारण पूरे रोड पर सड़क पर कीचड़ फैल गया। रानीबाग और फुलवरिया एरिया में 200 मीटर से अधिक दूर तक सड़क पर 3 से 4 फीट तक पानी जमा हो गया। ं सिंघडि़या के अशोक गैस गोदाम गली में 5 फीट से अधिक पानी लगने के कारण पूरा रास्ता ही बंद हो गया। वहीं बिछिया एरिया के सिंहासनपुर मोहल्ले में एक अधूरी रोड ने दो मोहल्लों में जल जमाव की हालत पैदा कर दी। चक्सा हुसैन में कई घरों में पानी घुस गया। 100 से अधिक परिवारों ने मजबूर होकर छत पर जाकर अपने घर का सामान बचाया। रसूलपुर भट्टा के अजय नगर मोहल्ले के लगभग सभी घरों में पानी घुस गया। लालडिग्गी पार्क के पास से लेकर गीता प्रेस के पीछे से लेकर रेती पुल तक नाले का पानी उफन कर सड़क पर बह रहा था।

जीएमसी ने लगाए 70 पंपिंग सेट

सिटी में जल जमाव से निपटने के लिए नगर निगम की ओर से जल जमाव वाले एरिया में 70 पंपिंग सेट लगाए गए। चीफ इंजीनियर एसके केशरी ने बताया कि सिटी के जिस एरिया में जल जमाव की जानकारी हो रही है, वहां पहुंचकर पानी निकालने की जरूरत देखी जा रही है। अगर वहां पंपिंग सेट लगाने की जरूरत है, तो पंपिंग सेट लगाकर पानी निकाला जा रहा है अदरवाइज जाम नाले की तत्काल सफाई कराई जा रही है।

मेयर ने संभाला कंट्रोल रूम, नगर आयुक्त ने सिटी

सोमवार को हल्की बारिश के बाद मंगलवार को जैसे ही तेज बारिश शुरू हुई, जीएमसी प्रशासन हरकत में आ गया। बारिश के बाद सिटी में किस एरिया में जल जमाव है और वहां कर्मचारी पहुंचे हैं नहीं, इसके लिए मेयर डॉ। सत्या पांडेय ने खुद जीएमसी के कंट्रोल रूम को संभाल रखा था। सुबह 11 बजे से लेकर 12.30 बजे तक डेढ़ घंटे में आई कंप्लेन पर स्वयं ही वह कर्मचारियों को फोन कर भेज रही थीं। वहीं नगर आयुक्त राजेश कुमार त्यागी सुबह से ही सिटी में दौरा करने निकल गए थे। जिस एरिया में जल जमाव या पेड़ गिरने की सूचना मिल रही थी, वहां वह स्वयं पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रहे थे।

कालिंग

जीएमसी की लापरवाही के कारण बारिश होते ही सिटी में जल जमाव की हालत बन गई। अगर नाले की सफाई समय से और ठीक तरह से कराई गई होती तो शायद जल जमाव नहीं होता।

विशाल गुप्ता, जिलाध्यक्ष युवा व्यापार मंडल

लालडिग्गी से लेकर बेतियाहाता तक जल जमाव का कारण है नाले पर अतिक्रमण और नाले की सफाई न होना। अगर पूरे नाले से अतिक्रमण हटा दिया जाए तो सिटी में जल जमाव की हालत नहीं बनेगी।

अविनाश गुप्ता, व्यापारी, लालडिग्गी

जीएमसी की लापरवाही से मोहल्लों में जल जमाव की हालत बनी है। हमारे मोहल्ले में पिछले दस साल से रोड नहीं बनी है। हल्की बारिश होते ही बच्चों का घरों से निकलना बंद हो जाता है। अफसरों से कंप्लेन किया जाता है तो वह केवल आश्वासन देते हैं।

अर्चना श्रीवास्तव, रेजीडेंट बिछिया

सिटी के बाहरी एरिया में जल जमाव की सूचना मिल रही थी, वहां कर्मचारियों को भेजकर तत्काल जल जमाव खत्म करने के लिए नाले की सफाई की गई और पंपिंग सेट लगाया गया। जिस एरिया में बहुत अधिक प्रॉब्लम है, वह तत्काल जीएमसी के कंट्रोल रूम को सूचना दें, उसकी सुनवाई जरूर की जाएगी।

डॉ। सत्या पांडेय, मेयर

यह प्राकृतिक आपदा है। प्रशासन को पीडि़त व्यक्ति की तत्काल सहायता करनी चाहिए। बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के प्रति अफसरों को लापरवाह नहीं होना चाहिए। इस आपदा ने गोरखपुर जिले को काफी नुकसान पहुंचाया है।

योगी आदित्यनाथ, सदर सांसद

बारिश होते ही जीएमसी के सभी अफसरों को ड्यूटी पर लगा दिया गया है। सिटी में जितने भी पेड़ टूटने की सूचना मिली, जीएमसी ने तत्काल उनको हटाने का काम किया। इसके अलावा पानी निकालने के लिए भी नाले की सफाई और पंपिग सेट लगाने का काम किया है।

राजेश कुमार त्यागी, म्यूनिसिपल कमिश्नर

Posted By: Inextlive