Allahabad: जल ही जीवन है. आबादी बढऩे से इसकी मांग बढ़ी है लेकिन स्रोत लगातार कम होते जा रहे हैं. इससे जल संकट गहराता जा रहा है. से बातें एनसीआर के जीएम प्रदीप कुमार ने वाटर रीसाइक्लिंग प्लांट के स्थापना के दौरान मौजूद लोगो से कही.


कैसे करता है काममुख्य सम्पर्क अधिकारी नवीन बाबू ने बताया कि जंक्शन पर ट्रेनों के डिब्बे की धुलाई के दौरान नालियों में बहने वाले गंदे पानी को रीसाइकिल करने के लिए यह प्लांट स्थापित किया गया है। इससे प्रतिदिन एक लाख लीटर पानी को पुन: यूज में लाया जा सकेगा। इसकी स्थापना हावड़ा छोर पर की गई है। उन्होंने बताया कि नाली के पानी को पम्प से एकत्र करके कॉगलेशन टैंक के रास्ते सेटलिंग टैंक में भेजा जाता है। यहां पानी में मौजूद गंदगी छनकर बैठ जाती है। इसके बाद पानी का फिल्टरेशन किया जाता है। इस प्रक्रिया के बाद क्लोरोनीकरण होता है। इस पानी को फिलहाल रेल डिब्बे की धुलाई में यूज किया जाता है। उन्होंने इसे चीफ इंजीनियर सतीश कुमार के मार्गदर्शन एवं डीआरएम वीके त्रिपाठी के प्रयासों का नतीजा बताया।

Posted By: Inextlive