राजस्थान में एक ओर जहां राजनीतिक गलियारों में उथल-पुथल मची है वहीं दूसरी ओर आयकर विभाग राजस्थान के बड़े ग्रुप में कर चोरी मामले में छापेमारी कर रहा है। पुलिस अधिकारियों समेत कम से कम 80 आयकर अधिकारियों ने दिल्ली जयपुर मुंबई और कोटा में तलाशी अभियान चलाया है।


नई दिल्ली (पीटीआई)। आयकर विभाग ने राजस्थान बेस्ड हाईड्रोपाॅवर इंस्फास्ट्रक्चर कंपनी राज ग्रुप और उसे जुड़े कुछ समूहों में कर चोरी मामले में आज छापा मारा है। अधिकारियों ने सोमवार को कहा यह छापेमारी में दिल्ली, जयपुर, मुंबई और कोटा में की गई है। पुलिस अधिकारियों समेत कम से कम 80 आयकर अधिकारियों ने इस छापेमारी को अंजाम दिया है। प्रमोटरों के परिसरों पर छापेमारी करने गई टीम का कब्जा है। उन्होंने बताया कि आयकर विभाग ने यह कार्रवाई बड़ी नकदी के लेन-देन से जुड़ा इनपुट मिलने और इस लेन-देन में इस समूह का कथित संबंध होने के कारण की है। क्या छापेमारी राज्य में वर्तमान राजनीतिक संकट से जुड़ी


आयकर विभाग जिस ग्रुप में छापा मारा है वह हाइड्रो मैकेनिकल उपकरणों में बनाता है और 2018 में राजस्थान में एक बांध बनाने के लिए एक अनुबंध को लेकर सम्मानित हो चुका है।उन्होंने कहा कि इस बिजनेस ग्रुप से जुड़े एक आभूषण कारोबारी के यहां भी छापा पड़ा है। आधिकारिक सूत्रों ने उन रिपोर्टों पर टिप्पणी नहीं की जिनमें दावा किया गया था कि यहां छापेमारी राज्य में वर्तमान राजनीतिक संकट से जुड़ी है। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच तीखी नोंक-झोंक देखी जा रही है।

कांग्रेस सरकार स्थिर है अपना पूरा कार्यकाल पूरा करेगीकांग्रेस ने रविवार को अपने दो वरिष्ठ नेताओं को केंद्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में जयपुर भेज दिया था ताकि वे अपने विधायकों से बात कर सकें, यहां तक ​​कि पार्टी के महासचिव प्रभारी ने कहा कि सरकार स्थिर है और अपना पूरा कार्यकाल पूरा करेगी। राजस्थान में कल रविवार से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा है। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बागी तेवरों से यहां पर गहलोत सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।ऐसे में कांग्रेस ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है।

Posted By: Shweta Mishra