राजस्थान में कांग्रेस ने विधायक दल की बैठकों में शामिल नहीं होने के लिए सचिन पायलट समेत पार्टी के 19 विधायकों को नोटिस जारी किया गया। यदि वे 2 दिनों के भीतर जवाब नहीं देते हैं तो यह माना जाएगा कि वे सीएलपी से अपनी सदस्यता वापस ले रहे हैं।


जयपुर (एएनआई)। राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने बुधवार को जानकारी दी कि कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठकों में शामिल नहीं होने के लिए सचिन पायलट और पार्टी के 18 अन्य सदस्यों को नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने एएनआई से बात करते हुए यह भी कहा कि यदि वे दो दिनों के भीतर जवाब नहीं देते हैं, तो यह माना जाएगा कि वे सीएलपी से अपनी सदस्यता वापस ले रहे हैं। राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने 13 जुलाई और 14 जुलाई को होने वाली सीएलपी की दोनों बैठकों को छोड़ दिया था। पायलट को बर्खास्त करने का निर्णय सीएलपी की बैठक में हुआ


सचिन पायलट को कल पार्टी द्वारा राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख के रूप में बर्खास्त कर दिया गया। इसके अलावा दो अन्य पायलट निष्ठावान मंत्री विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्रिपरिषद से हटा दिया गया। राज्य के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को नए प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रमुख नियुक्त किया गया। सचिन पायलट को बर्खास्त करने का निर्णय एक सीएलपी की बैठक में लिया गया था, जहां 102 विधायकों ने सर्वसम्मति से मांग की थी कि उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाए। राजस्थान कांग्रेस में पिछले कुछ दिनों से उथल-पुथल चल रही

सीएलपी की बैठक राजस्थान के जयपुर में फेयरमोंट होटल में आयोजित की गई थी। राजस्थान कांग्रेस में पिछले कुछ दिनों से उथल-पुथल चल रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों को पोचिंग करके राज्य सरकार को अस्थिर करने के प्रयास के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। बता दें कि विधायकों के कथित खरीद-फरोख्‍त के मामले के आरोपो के बीच स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की ओर से उपमुख्‍यमंत्री सचिन पायलट को बयान दर्ज कराने के लिए भेजे गए नोटिस के बाद राजस्थान में विवाद छिड़ गया।

Posted By: Shweta Mishra