रक्षा मंत्री ने सोमवार को लद्दाख में बने रिनचेन ब्रिज का उद्घाटन किया। इस दाैरान उन्होंने जहां चीन की तारीफ की वहीं पाकिस्तान को चेतावनी दी। रक्षा मंत्री ने कहा भारतीय सशस्त्र बल तब तक मुंहतोड़ जवाब देते रहेंगे जब तक पाकिस्तान घुसपैठ रोक नहीं देता है।


लेह (पीटीआई)। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को लद्दाख में दुरबुक और दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) के बीच बने रिनचेन ब्रिज का उद्घाटन करने पहुंचे। श्योक नदी पर करीब 1,400 फुट की ऊंचाई पर बना ये ब्रिज भारत के लिए कई मायनों में बहुत महत्वपूर्ण है। अधिकारियों ने कहा कि यह ब्रिज सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से लगभग 45 किलोमीटर दूर दुरबुक और दौलत बेग ओल्डी के बीच बनाया गया है। इस ब्रिज के बन जाने से यात्रा का समय लगभग आधा हो जाएगा। भारत-चीन के सौहार्दपूर्ण संबंध साझा किए
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस पुल के बन जाने से श्योक नदी के आसपास के लोगों को काफी आराम होगी। इसके अलावा अब सैलानी भी सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन में आराम से जा सकेंगे।वहीं ब्रिज का उद्घाटन करने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वहां की जनता को संबोधित करते हुए भारत-चीन संबंधों का जिक्र किया और कहा कि दोनों देशों ने सौहार्दपूर्ण संबंध साझा किए हैं।बेशक सीमा मुद्दे पर दोनों देशों के बीच वैचारिक मतभेद हैं, लेकिन इस ब्रिज के निर्माण को दोनों पक्षों द्वारा बड़ी परिपक्वता व जिम्मेदारी से के साथ निभाया गया है।  पड़ोसी देश पाकिस्तान को दी ये चेतावनी


रक्षा मंत्री ने एक ओर जहां चीन की तारीफ की वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान को चेतावनी दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना ने घुसपैठ की कोशिशों पर पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है और अगर पड़ोसी देश ने घुसपैठ को नहीं रोका तो ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी। भारतीय सशस्त्र बल तब तक उसका मुंहतोड़ जवाब देते रहेंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 और 35A के निरस्त होने के बाद, लद्दाख क्षेत्र अब केवल और केवल मित्रों के लिए होगा यहां दुश्मनों के लिए कोई गुंजाइश नहीं होगी। पाक सेना के छह से 10 जवान मारे गएरक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे सशस्त्र बल कभी भी हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान पर आक्रामक नहीं रहे। हमने पहली गोलीबारी कभी नहीं की। बावजूद इसके पड़ोसी पाकिस्तान भारत की अखंडता को अस्थिर करने, कमजोर करने के लिए प्रयासरत रहता है। एक दिन पहले रविवार को भी सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि छह से 10 पाकिस्तानी सेना के जवान मारे गए। इतना ही नहीं तीन आतंकी शिविर नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास तांगर और केरन सेक्टर के सामने भारतीय सेना द्वारा जवाबी कार्रवाई में नष्ट कर दिए गए।

Posted By: Shweta Mishra