- राज्यपाल ने तीनों नामों को दी सहमति

LUCKNOW: राज्यपाल राम नाईक ने शुक्रवार को उप्र विधान परिषद के तीन रिक्त स्थानों पर नये सदस्यों के नामों क ो अपनी सहमति प्रदान कर दी है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एमएलसी नामित करने के लिए राजपाल कश्यप, अरविंद कुमार सिंह और संजय लाठर का नाम मंजूरी के लिए राज्यपाल के पास भेजा था। खास बात यह है कि एमएलसी बनने वाले तीनों नेता समाजवादी पार्टी की युवजन सभा और छात्र सभा से लंबे समय तक जुड़े रहे। पार्टी में सेकेंड लाइन की नुमाइंदगी करने वाले इन नेताओं को अब एमएलसी बना कर पार्टी की यूथ ब्रिगेड की हौसला अफजाई की गयी है। वहीं, तीनों नामों को मंजूरी मिलने के बाद मनोनयन के जरिए विधान परिषद जाने वाले सभी दस नाम पूरे हो गये हैं। जल्द ही तीनों को शपथ दिलाई जाएगी।

राज्यपाल ने समाजसेवा के क्षेत्र में राजपाल कश्यप व अरविंद कुमार सिंह तथा समाज सेवा एवं साहित्य के क्षेत्र में संजय लाठर का नाम मंजूर किया है। राजपाल कश्यप को सपा सरकार ने मत्स्य विभाग का सलाहकार भी बनाया था। बाद में उन्हें एमएलसी नामित करने का प्रस्ताव राजभवन भेजा गया जिस पर राज्यपाल ने कुछ जानकारियां तलब कर ली। मुख्यमंत्री द्वारा जानकारियां देने के बाद उनके नाम के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया गया। इसी तरह अरविंद कुमार सिंह सपा से राज्यसभा के सांसद हैं। उनका कार्यकाल जल्द खत्म होने वाला है। सपा ने पहले उन्हें दोबारा राज्यसभा का टिकट दिया था लेकिन बाद में अचानक इसे बदलकर संजय लाठर को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया गया। अरविंद और संजय लाठर के नाम मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विगत 25 मई को राजभवन भेजे थे।

कई एमएलसी हुए नामित

मालूम हो कि इससे पहले राज्यपाल ने विगत 29 अप्रैल को कारागार मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया, जहीर हसन (वसीम बरेलवी), मधुकर जेटली के नाम पर सहमति प्रदान की थी। विगत दो जुलाई, 2015 को समाजवादी पार्टी ने डॉ। कमलेश पाठक, राम सिंह यादव, संजय सेठ, रणविजय सिंह, अब्दुल सरफराज खां, लीलावती कुशवाहा, जितेन्द्र यादव, डॉ। राजपाल कश्यप तथा रामवृक्ष सिंह यादव के नाम भेजे थे। राज्यपाल ने इनमें से चार नामों श्रीराम सिंह यादव, लीलावती कुशवाहा, रामवृक्ष सिंह यादव तथा जितेन्द्र यादव के नाम पर अपनी सहमति प्रदान की थी।

पोर्टफोलियो

1. राजपाल कश्यप- छात्र राजनीति से शुरुआत, समाजवादी पार्टी संगठन में कई अहम पदों पर रहे। सपा सरकार बनने के बाद उन्हें मत्स्य विभाग का सलाहकार भी बनाया गया।

2. अरविंद कुमार सिंह- छात्र राजनीति से शुरुआत, समाजवादी छात्र सभा से लंबे समय तक जुड़े रहे। पिता गाजीपुर से विधायक भी रहे। बाद में सपा ने उन्हें राज्यसभा का सांसद बनाया।

3. संजय लाठर- समाजवादी छात्र सभा और युवजन सभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, पत्रकारिता और साहित्य के क्षेत्र में भी काम किया। समाजवादी पार्टी के साथ सालों से जुड़े हुए।

Posted By: Inextlive