कपिल–सुनील मक्खी, राजू श्रीवास्तव गुड़ !
ये कहना था राजू श्रीवास्तव का, जब बीबीसी से एक ख़ास मुलाक़ात के दौरान जब हमने ये सवाल उन पर दागा कि आप इन दिनों 'कॉमेडी नाइट्स विद कपिल' में सेकेंड लीड के तौर पर क्यों आ रहे हैं ?राजू श्रीवास्तव 1988 से स्टैंड अप कॉमेडी करते आ रहे हैं. उन्होंने 80 और 90 के दशक में 'तेज़ाब', 'बाज़ीगर' और 'मैंने प्यार किया' जैसी फ़िल्मों में छोटी-मोटी भूमिकाएं कीं.2005 में 'ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' में वो छठे स्थान पर रहे लेकिन फिर 'ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज– चैंपियंस' में उन्होने 'किंग ऑफ़ कॉमेडी' का ख़िताब जीता.इसके बाद राजू श्रीवास्तव को घर-घर में जाना जाने लगा और वो हिंदी स्टैंड अप कॉमेडी का पर्याय बन गए.
लेकिन फिर ऐसा क्या हो गया कि उन्हें सेकेंड लीड आर्टिस्ट के तौर पर छोटे पर्दे पर वापसी करनी पड़ी. वो भी कपिल शर्मा के शो पर जो उनसे अच्छे ख़ासे जूनियर हैं.
'गया गुरु-चेले का ज़माना'
“मुझे अभी तक ऐसा नहीं लग रहा है कि मैं सेकेंड इन लीड हूं. मुझसे आग्रह करके मुझे बुलाया गया है और अगर मुझे कभी भी ऐसा महसूस हुआ, तो हो सकता है आप मुझे, मेरे एक नए शो के साथ देखेंगे. कुछ चैनलों से मेरे पास ऑफ़र भी हैं.”