- राज्यसभा को लेकर पीडीएफ और नाराज नेताओं को मना रही कांग्रेस

-यशपाल आर्य व नैथानी के लिए भेजे गए चॉपर

-किशोर बोले, प्रत्याशी चयन पर संगठन से नहीं पूछा गया

DEHRADUN: राज्यसभा सीट के लिए प्रदीप टम्टा का नाम घोषित होने के बाद मचे घमासान पर कांग्रेस में डैमेज कंट्रोल शुरू हो गया है। मान-मनौव्वल के दौर के साथ पीडीएफ को चाय पर बुलाया गया। नाराज चल रहे यशपाल आर्य को मनाने के लिए चॉपर से कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह को भेजा गया। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी नाराज चल रहे हैं। किशोर ने तो यहां तक कह दिया कि प्रत्याशी के लिए संगठन तक से नहीं पूछा गया। पार्टी में अंदरखाने से प्रत्याशी का विरोध शुरू हो गया है। पूर्व विधायक केदार सिंह रावत ने क्षेत्रीय संतुलन न होने की बात कही है।

पीडीएफ अध्यक्ष को बुलाया चाय पर

राज्यसभा सीट पर पीडीएफ ने काबिना मंत्री दिनेश धनै को पहले ही उम्मीदवार घोषित करते हुए अपना स्टैंड साफ कर दिया है। रविवार देर शाम साढ़े आठ बजे पीडीएफ अध्यक्ष मंत्री प्रसाद नैथानी को मुख्यमंत्री आवास चाय पर बुलाया। यशपाल आर्य को मनाने के लिए भी रविवार दोपहर में कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह को चॉपर से हल्द्वानी भेजा गया। सूत्रों के अनुसार कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने तो पार्टी छोड़ने की धमकी तक दे डाली। बताया जा रहा है पिछले दिनों जब कांग्रेस के पूर्व नौ विधायकों ने कांग्रेस छोड़ी, उस वक्त भी यशपाल आर्य असंतुष्ट खेमे में थे।

कई रहे हैं लाइन में

कांग्रेस में रास सीट के लिए कई उम्मीदवार लाइन में रहे हैं। जिनमें किशोर उपाध्याय के अलावा माता मंगला, कपिल सिब्बल, यशपाल आर्य शामिल रहे। आखिर में कांग्रेस ने प्रदीप टम्टा का अपना उम्मीदवार घोषित किया।

::वर्जन::

सरकार के अंदर पीडीएफ की भावना का कोई सम्मान नहीं हो रहा है। कांग्रेस को विपरीत परिस्थितियों में पीडीएफ ने साथ दिया, लेकिन कांग्रेस ने इस मसले पर बात तक नहीं की है।

दिनेश धनै, काबिना मंत्री व पीडीएफ सदस्य।

कोई किसी का उम्मीदवार नहीं है। पार्टी हाईकमान ने दिल्ली से जो नाम तय कर दिया है, वही आखिरी होगा। कांग्रेस मजबूत स्थिति में है। किसी और का नाम तय करने से कुछ नहीं होता है।

इंदिरा हृदयेश, काबिना मंत्री।

पीडीएफ की तरफ से अभी कोई प्रस्ताव नहीं आया है, आएगा तो देखा जाएगा। अभी रास के नामांकन के लिए दो दिन का वक्त है। बीजेपी के लिए विकल्प ख्ाुले हैं।

अजय भट्ट, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष।

मैंने कभी कोई दावेदारी नही की है। अब जो भी परिस्थितियां सामने हैं, उसके लिए मुख्यमंत्री को ही सब कुछ तय करना है। जहां तक बात प्रत्याशी की है तो संगठन से कोई सलाह मशविरा नहीं लिया गया।

किशोर उपाध्याय, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष।

राज्यसभा सीट के लिए जो भी आदेश पार्टी हाईमान का होगा, वह मान्य होगा। मैं तो पार्टी का सेवक हूं। बाकी पार्टी पर निर्भर करता है कि वह किसको राज्यसभा में चुनाव लड़ाती है।

प्रदीप टम्टा, घोषित कांग्रेसी प्रत्याशी।

बीजेपी की नजरें चौकस

रास चुनाव को लेकर बीजेपी की सोमवार को दो दिवसीय बैठक शुरू होगी। बैठक में राज्यसभा चुनाव से लेकर विस चुनावों की रणनीति को लेकर मंथन होगा। जिसमें प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू के लिए अलावा प्रदेश के वरिष्ठ नेता भी शिरकत करेंगे। सूत्रों के अनुसार जिस प्रकार से हरीश रावत सरकार की प्रबल सहयोगी पीडीएफ की तरफ कैबिनेट मंत्री दिनेश धनै ने दावेदारी ठोकी है, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाराज चल रहे हैं तो ऐसे स्थितियों में भाजपा भी अपना पत्ता फेंक सकती है।

प्रदीप टम्टा ने लिखा पत्र

सूत्रों के अनुसार रास प्रत्याशी प्रदीप टम्टा ने पार्टी हाईकमान को पत्र भेजा है कि पार्टी उम्मीदवार के नाम पर फिर से विचार करे। बताया जा रहा है कि उन्होंने किशोर उपाध्याय व यशपाल आर्य के नाम का सुझाव दिया है।

रावत ने की बैठक

सीएम हरीश रावत ने सीएम आवास पर प्रदीप टम्टा, यशपाल आर्य व प्रीतम सिंह के साथ बैठक की। जिसमें कुछ देर बाद पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी पहुंचे। इसमें सर्वसम्मति से हल निकालने पर विचार हुआ।

Posted By: Inextlive