कृषि कानूनों के खिलाफ बीते नवंबर से प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख राकेश टिकैत ने शुक्रवार को अलवर में खुद पर हुए हमले के लिए सरकार को जिम्मेदार बताया है। वहीं पुलिस द्वारा इस मामले में अब तक चार लोगों को हिरासत में लिया गया है।


अलवर (एएनआई)। भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रमुख राकेश टिकैत के काफिले पर शुक्रवार को अलवर के तातारपुर चौक पर कथित तौर पर हमला किया गया। इस संबंध में राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा कि मुझपर हुए हमले के लिए सरकार जिम्मेदार है। हम राजनीतिक पार्टी नहीं हैं। हमारा विरोध सरकार की नीतियों के खिलाफ है। हम बीजेपी का विरोध नहीं कर रहे हैं। उनके लोग यहां आते हैं और बात करते हैं। आज का कार्यक्रम अलीगढ़ में है। कल दो दिन के लिए गुजरात जा रहे हैं। वहीं पुलिस के अनुसार, घटना के संबंध में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है।भाजपा के गुंडों ने हमला किया यह लोकतंत्र की हत्या


अलवर के सहायक पुलिस अधीक्षक गुरुशरण ने एएनआई को बताया बीकेयू नेता राकेश टिकैत के काफिले पर तातारपुर चौक पर हमला किया गया। चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस मामले में जांच चल रही है। घटना के बाद टिकैत ने ट्वीट कर आरोप लगाया था कि राजस्थान के अलवर जिले के ततारपुर चौराहे पर बंसूर के पास भाजपा के गुंडों ने हमला किया - हमारे लोकतंत्र की हत्या है। कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज उठाने का आग्रह

वहीं इस हमले के बाद, बीकेयू के समर्थकों ने गाजीपुर सीमा पर राष्ट्रीय राजमार्ग 9 को अवरुद्ध कर दिया। हालांकि बाद में यातायात के लिए राजमार्ग को खोला गया। हाईवे पर अपनी यात्रा शुरू करने से पहले, किसान नेता राकेश टिकैत ने अलवर के हरसोली क्षेत्र में एक रैली को संबोधित किया जिसमें उन्होंने लोगों से हाल ही में बनाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज उठाने का आग्रह किया।नवंबर से दिल्ली की अलग-अलग सीमा पर प्रदर्शन हजारों किसान तीन नए अधिनियमित कृषि कानूनों के खिलाफ 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीम पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान उपज व्‍यापार एवं वाणिज्‍य (संवर्धन एवं सुविधा) विधेयक, 2020 , किसानों (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) का मूल्‍य आश्‍वासन अनुबंध एवं कृषि सेवाएं विधेयक, 2020 और आवश्‍यक वस्‍तु (संशोधन) विधेयक, 2020 का विरोध हो रहा है।

Posted By: Shweta Mishra