उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 'भूमि पूजन' के दाैरान जिन 175 लोगों को आमंत्रित किया गया उनमें बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी का नाम भी शामिल है। इकबाल अंसारी ने कहा कि न्याैता मिलने किे बाद ही इस ऐतिहासिक पल पर उन्होंने पीएम को श्रीरामचरितमानस और रामनामी गमछा भेट करने के लिए खरीद लिया है।


अयोध्या (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए किए जाने वाले 'भूमि पूजन' के कार्यक्र में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत करीब 175 लोगों को आमंत्रित किया गया था। खास बात तो यह है कि इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों में बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी को भी निमंत्रण भेजा गया था। भूमि पूजन से पहले आईएएनएस से एक विशेष बातचीत में इकबाल अंसारी ने इस शुभअवसर को लेकर खुशी व्यक्त की। अब कोई 'मंदिर-मस्जिद' विवाद नहीं


बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के 9 नवंबर, 2019 के फैसले के बाद अब कोई 'मंदिर-मस्जिद' विवाद नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही अयोध्या में बुधवार को 'भूमि पूजन' आयोजित किया जा रहा है। यह भारत वासियों के लिए ऐतिहिसक दिन है। उन्हें भी श्रीराम मंदिर भूमि पूजन का न्यौता मिला है। उन्हें बहुत खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करने अयोध्या आ रहे हैं। ऐेसे में उन्होंने इस माैके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट करने के लिए श्रीरामचरितमानस और रामनामी गमछा खरीदा है। कोरोना वायरस प्रोटोकाॅल का ख्याल

अयोध्या में राम मंदिर का बहुप्रतीक्षित शिलान्यास समारोह हो गया। भूमि पूजन के बाद राम मंदिर प्रधानमंत्री ने राम मंदिर के लिए पहली ईंट रखी। इस अवसर पर पूरी अयोध्या में दीवाली मनाई गई। बता दें कि रामनगरी में पीतांबरी धोती और सुनहरा कुर्ता पहनकर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी का पहला पड़ाव हनुमानगढ़ी मंदिर रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन से पहले हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा की है। प्रधानमंत्री मोदी राम जन्मभूमि स्थल का दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। दुल्हन से सजी अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था के साथ कोरोना प्रोटोकाॅल को फाॅलो किया गया।

Posted By: Shweta Mishra