छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: जय श्रीरामजय बजरंगबलीका गगनभेदी नारा और भारत माता की जय वंदे मातरम की गूंज। सड़कों पर लोगों का जोश, भक्ति के ज्वार में देशभक्ति के स्वर। कुछ ऐसा ही नजारा था जमशेदपुर में गुरुवार को निकले रामनवमी अखाड़ा झंडा विसर्जन जुलूस का। शहर से निकले लगभग हर झंडा विसर्जन जुलूस में शामिल भक्तों में बजरंग भक्ति के साथ-साथ देशभक्ति स्वर फूटे। जितनी बार जय श्री राम के जयकारे लगते, जितनी दफा जय-जय बजरंग बली का आह्वान होता, उतनी ही बार भारत माता की जय और वंदे मातरम के स्वर गूंजते। भगवा रंग में रंगी शहर की सड़कों में निकले विसर्जन जुलूस से बजरंग बली के जयकारों के साथ-साथ देशभक्ति के नारे लगना लौहनगरी के लिए नया ट्रेंड था। भालूबासा से निकले सभी झंडा जुलूस जैसे ही साकची गोलचक्कर के पास पहुंचते, देशभक्ति के नारे जरूर लगा जाते। दोपहर से शुरू हुआ यह सिलसिला देर रात तक साकची गोलचक्कर पर यूं ही चलता रहा। इस सिलसिले को लाउड स्पीकर पर बजते 'बजरंग भक्ति सह देशभक्ति' के गाने उस समय और उत्साहित कर जाते जब गीत के बोल होते-'वीर बजरंग की जयजय.जय, जैसे लंका फूंकी थी पवनपुत्र अब फूंको पाकिस्तान को' ऐसे दर्जनों गाने इस बार रामनवमी में हर चौक चौराहे में बजते रहे। किसी गीत के बोल थे-'बजरंग बली की बोलो जय, लाहौर में लहरेगा तिरंगा अजेय' जुलूस में ऐसे गाने इस बार थोक के भाव सुने-सुनाए गए।

सेल्फी लेने की होड़

साकची में झंडा विसर्जन जुलूस के दौरान 'बजरंग बली' के कई अवतार देखने को मिले। ये अवतार थे तो भगवान बजरंग बली के 'गेटअप' में, लेकिन इनके हाव भाव आम इंसानों की ही तरह थी। होगी क्यों नहीं, थे तो ये आम इंसान ही, जो झांकी का हिस्सा थे और बजरंग बली की वेशभूषा धरे हुए थे। बहरहाल ऐसे 'बजरंग बली' साकची में आकर्षण का केंद्र बने रहे, खास कर बच्चों के लिए। कोई झांकी का कोई 'बजरंग बली' बाइक की सवारी करता दिखा तो कोई आराम से बैठ आइसक्रीम खासा दिखा। दिलचस्प यह कि झांकी वाले ऐसे हनुमान के साथ झांकी देखने पहुंचे लोग सेल्फी लेने में खूब रुचि लेते दिखे। जहां 'हनुमान' दिख जाते सेल्फी की होड़ सी लग जाती।

लड़कियों ने भी दिखाए करतब

विसर्जन जुलूस में इस बार करतब की खासी विविधता दिखी। इसी विविधता में लड़कियों के करतब दिखाने की तेजी से भड़ती परंपरा भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी रही। गुरुवार को विसर्जन जुलूस में रघुवीर अखाड़ा बर्मामाइंस के करतबबाजों का कमाल लोगों के लिए दांतों तले उंगलियां दबाने वाला अनुभव था। लड़कियों की टोली हाथों में तलवार व लाठियां लें बेफिक्री से ऐसे-ऐसे करतब दिखा रही थी कि लोग देखते रह गए।

श्रद्धालुओं की लगी थी भीड़

बारीडीह व बागुनहातु से निकलने वाले रामनवमी विसर्जन जुलूश को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ सड़क के दोनों ओर लगी थी। विसर्जन जुलूश काफी देर के अंतराल में आने के कारण श्रद्धालु सड़क के किनारे बैठ जा रहे थे। जैसे ही जुलूश आता था वे खड़े होकर जुलूश का आनन्द ले रहे थे। बारीडीह से एग्रीको गोलचक्कर तक काफी संख्या में समाजसेवियों ने शिविर लगाये थे। इस शिविर में चना, गुड़ शर्बत का वितरण किया जा रहा था। एग्रीको स्थित सीएम रघुवर दास के निवास के सामने भी श्रद्धालुओं के बीच चना गुड़ शर्बत का वितरण किया जा रहा था।

6.30 बजे हुआ पहला विसर्जन

भुइयांडीह स्थित पांडेय घाट में गुरुवार की शाम करीब 6.30 बजे सिदगोड़ा 28 नंबर का पहला विसर्जन जुलूस का विसर्जन हुआ। विद्यापति नगर 11 नंबर का विसर्जन जुलूस शाम 6.45 बजे विसर्जन हुआ। इस दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान मौजूद थे।

Posted By: Inextlive