सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास रखेंगे प्रस्ताव

ALLAHABAD: जब केन्द्र सरकार में नरेन्द्र मोदी बैठे हों और उप्र में योगी आदित्यनाथ शासन चला रहे हैं तो फिर अयोध्या में प्रभु श्रीराम के मंदिर का निर्माण कैसे नहीं होगा। यह बात जरुर है कि सुप्रीमकोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही है, लेकिन संगम की रेती पर लगने वाले कुंभ से पहले मंदिर निर्माण हो जाएगा। इस संबंध में मैं खुद सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने प्रस्ताव रखने जा रहा हूं। यह बातें मकर संक्रांति स्नान पर मेला क्षेत्र स्थित शिविर में पहुंचे श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास ने कही।

शिया और सुन्नी अब घर बैठें

महंत नृत्य गोपालदास ने कहा कि अयोध्या में प्रभु का जो मंदिर बनाने की योजना पर काम चल रहा है उसके लिए पत्थरों को तराशने का काम अंतिम दौर में है। जो भी वैधानिक अड़चनें आ रही हैं उनका समाधान भी जल्द होने वाला है। इसलिए सुन्नी वक्फ बोर्ड हो या शिया वक्फ बोर्ड दोनों बोर्ड के प्रतिनिधियों को अब घर बैठ जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण करोड़ों जनमानस की आस्था का सबसे बड़ा केन्द्र है। इसलिए अब कोई बाधा नहीं आने वाली है। अयोध्या के अलावा मथुरा और काशी को लेकर आगे की रणनीति बनाने के लिए भी प्रदेश भर के संत-महात्माओं के साथ बैठक की जाएगी।

विहिप के शिविर में धर्मसभा

विश्व हिन्दू परिषद के परेड ग्राउंड स्थित शिविर में 19 जनवरी को परिषद की मार्गदर्शक मंडल की बैठक बुलाई गई है। बैठक के दौरान ही धर्मसभा का भी आयोजन किया जाएगा। खास बात ये है कि सभा में शामिल होने के लिए प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया गया है। यही वजह है कि मकर संक्रांति स्नान पर्व के दिन मेला क्षेत्र में जगह-जगह योगी आदित्यनाथ की बड़ी-बड़ी होर्डिग्स लगाई गई हैं। हालांकि सीएम के आने की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है लेकिन होर्डिग्स लगाने की चर्चा पूरे क्षेत्र में जोरों पर होती रही।

Posted By: Inextlive