शिव योगी स्वामी मंदिर निर्माण की कामना को लेकर साधना में जुटे

महाबीर पुल से पहले शिविर में प्रतिदिन हो रहा 5100 दीपदान

ALLAHABAD: अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनकर इसी वर्ष तैयार हो जाए। देश में ऐसा सपना देखने वाले संत-महात्माओं की कमी नहीं है। लेकिन संगम की रेती पर जप-तप व अनुष्ठान की गूंज के बीच मंदिर निर्माण के लिए अमेठी के शिव योगी स्वामी एक अनोखी साधना में जुटे हैं। मंदिर निर्माण बिना किसी बाधा के पूरा हो, इसके लिए शिव योगी अपने शिविर में एक लाख 51 हजार दीपदान करेंगे। यही नहीं मेला के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा से शिविर में बनी यज्ञशाला में प्रतिदिन 5100 दीपदान किया जा रहा है।

रुद्राक्ष की यज्ञशाला में अनुष्ठान

महाबीर पुल से ठीक पहले पावर हाउस चौराहे पर शिव योगी स्वामी ने अपना शिविर लगाया है। शिविर में बनी यज्ञशाला में एक दर्जन त्रिशूल में बांधकर एक हजार रुद्राक्ष की माला का घेरा बनाया गया है। उसी के आसपास प्रतिदिन 5100 दीपों की ज्योति को रोशन किया जाता है। इसके लिए दीपक में देशी घी, तिल्ली का तेल और सरसों के तेल का इस्तेमाल किया जा रहा है।

लेटकर करेंगे एक किमी की यात्रा

अपनी अनोखी साधना को आगे बढ़ाते हुए शिव योगी स्वामी 27 जनवरी को विशेष आयोजन करने जा रहे हैं। उस दिन स्वामी जी अपने शिष्यों के साथ संगम नोज पर 51 हजार दीपदान करके मां गंगा की आरती उतारेंगे, लेकिन नोज पर जाने के लिए वे किसी गाड़ी का इस्तेमाल नहीं करेंगे। अपने शिविर से जमीन पर लेटकर संगम नोज तक जाएंगे। इस आयोजन में हिस्सा लेने के लिए अयोध्या और अमेठी के एक दर्जन से अधिक संत-महात्मा भी मौनी अमावस्या स्नान पर्व तक शिविर में आ जाएंगे।

आयोजन की मुख्य बातें

- प्रतिदिन पंद्रह किग्रा सरसों के तेल का दो डिब्बा दीपदान में इस्तेमाल किया जाता है

- देशी घी का दस किग्रा का डिब्बा दीपदान में उपयोग किया जा रहा है

- शिविर में ढाई लाख दीपक मंगाया गया है

- एक लाख 51 हजार दीपदान पौष पूर्णिमा से लेकर माघी पूर्णिमा तक किया जाएगा

- 27 जनवरी को मंदिर निर्माण के लक्ष्य को लेकर संगम नोज पर 51 हजार दीपदान के साथ गंगा आरती की जाएगी

इसी वर्ष अयोध्या में मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो सके। सनातन धर्मी अपने आराध्य देव का वहां जाकर पूजन-अर्चन कर सकें। इसके निमित्त शिविर में एक लाख 51 हजार दीपदान करने की योजना बनाई है। दीपदान में देशी घी लक्ष्मी की वृद्धि, तिल्ली का तेल राजनैतिक पराक्रम में वृद्धि व सरसों के तेल का इस्तेमाल करने से शत्रु परास्त होता है। बस इसी को आधार बनाकर अनुष्ठान का आयोजन किया गया है।

शिव योगी स्वामी

Posted By: Inextlive