- टुण्डे के कबाब हो या इदरीस की बिरयानी, देर रात तक लगती है भीड़

- दुकानदार खुश, रमजान में खूब चमक रहा है बिजनेस

LUCKNOW: टुण्डे के कबाब हो या इदरीस की बिरयानी। चारमीनार से अलजाएका तक या यूं कहें कि लालबाग, अमीनाबाद से अकबरीगेट तक रमजान की रौनक नजर आ रही है। दिन में इन जगहों पर भले ही सन्नाटा रहता हो, लेकिन शाम होते ही यह सभी इलाके रोजेदारों से गुलजार हो जाते हैं।

इफ्तार से सहर तक खुली रहती हैं कुल्चे नेहारी की दुकानें

अकबरीगेट पर इफ्तार के बाद गाड़ी से तो छोडि़ये, पैदल निकलना भी मुश्किल होता है। वजह इस रोड पर कुल्चे और नेहारी के लिए लगने वाली भीड़ है। कुल्चे नेहारी की लज्जत के लिए यहां दूर-दूर से लोग आते हैं। इफ्तार के बाद शुरू होने वाला यह सिलसिला वक्ते सहर तक चलता रहता है। सहर के बाद यहीं से लोग सीधे मस्जिद और फिर घर जाते हैं। दुकानदार हबीब का कहना है कि रमजान में दिन में दुकानों पर भले भीड़ ना रहती हो, लेकिन उसका कोटा रात में पूरा हो जाता है। आम दिनों के मुकाबले रमजान में बिजनेस अच्छा होता है।

यहां आते हैं लोग मुंह मीठा करने

अमीनाबाद में इफ्तार के बाद मुंह मीठा करने के लिए एक खास दुकान पर लोग पहुंचते हैं। यहां शाही टुकड़ा और खीर खरीदने के लिए लोग लाइन लगाते हैं और अपनी बारी का इंतजार करते हैं। यह सिलसिला देर रात तक चलता रहता है। पास में ही टुण्डे की दुकान पर भी रात क्ख् बजे भीड़ ऐसी नजर आ रही थी जैसे शाम के आठ बजे हों।

पाटानाला पर इदरीस की बिरयानी की डिमांड

चौक में पाटानाला पर इदरीस की बिरयानी के लिए लखनवाइट्स एक-एक घंटा वेट करने को भी तैयार रहते हैं। पास में ही होने वाली तराबी की नमाज के बाद यहां की भीड़ की वजह से देर रात तक जाम लग जाता है। गनीमत यह है कि सामने ही पुलिस चौकी है जिससे अधिक परेशानी लोगों को नहीं उठानी पड़ती और मौके पर पुलिस पिकेट भी मौजूद रहती है।

Posted By: Inextlive