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- डॉक्टर्स के मुताबिक रोजा में बॉडी में पानी की कमी न होने दें रोजेदार

- ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, माइग्रेन के पेशेंट्स रखें अपना विशेष ख्याल

BAREILLY:

चांद के दीदार के साथ ही रमजान का पाक माह शुरू हो गया है। ऐसे में रोजा की शुरूआत हो गई है। घरों में खुशियों का चांद हमेशा जगमगाता रहे इसके लिए आस्था के साथ स्वास्थ्य का तारतम्य होना बेहद जरूरी है। डॉक्टर्स के मुताबिक अभी पारा 40 डिग्री के पार पहुंच रहा है। वहीं, वेदर एक्सपर्ट के अनुसार 24 जून तक पारा 42 डिग्री तक ही रहने की संभावना है। डॉक्टर्स ने ब्लडप्रेशर, डायबिटीज, हार्ट अटैक एवं माइग्रेन से पीडि़त लोगों को विशेष तौर पर केयर करने की सलाह दी है।

यह होती है समस्या

पारा बढ़ने से पसीने के जरिए बॉडी से पानी निकलता है, लेकिन रोजा के दौरान पानी न पीने की से बॉडी में डीहाइड्रेशन की प्रॉब्लम होती है। जिससे कमजोरी, सिरदर्द, पीठ दर्द व हाथों पांव में झुनझुनी होती है। ऐसे में कन्संट्रेशन कम हो सकता है। फिजिशियन के मुताबिक बॉडी में पानी की कमी से बीमारियां हावी हो सकती हैं। कम से कम 15 गिलास पानी पीने की सलाह दी है। ऐसा न करने पर रोजदारों में सांस, हार्ट, ब्लडप्रेशर हाई होने की संभावना होती है।

डायबिटिक रखें ख्याल

डॉक्टर्स के मुताबिक शुगर लेवल लो या हाई के पेशेंट्स को रोजा अवॉइड करना चाहिए। क्योंकि डायबिटिज के अचानक बढ़ने या कम होने से क्रिटिकल कंडीशन हो सकती है। पेशेंट्स को दवा खाने का शेड्यूल बदल देना चाहिए। उन्हें सुबह खाने वाली दवा शाम को और शाम की दवा सुबह खाना चाहिए। शाम की खुराक को भी आधी लेनी चाहिए। ताकि बॉडी में बैलेंस बरकरार रहे। कोई कॉम्पलीकेशन होने पर डॉक्टर्स से जरूर संपर्क करें।

रोजेदारों के लिए टिप्स

- बिना किसी जरूरत के घर से बाहर न निकलें।

- घर से बाहर निकलना पड़े तो फुल कवर्ड होकर ही जाएं।

- वर्क प्लेस को ठंडा बनाए रखने की कोशिश करें।

- संभव हो तो गीले कपड़े को सिर पर रखकर काम करें।

- इफ्तार में कम से कम डायट लेने का प्रयास करें।

- पेशेंट्स दवाइयों की डोज को थोड़ा कम कर दें।

- इफ्तार से सहरी के बीच में खूब पानी पियें।

- लाइफस्टाइल को थोड़ा सा चेंज करें। पैदल चलना कम करें।

- इफ्तार के बाद सहरी से पहले तक खूब पानी पियें

रोजेदारों को खूब पानी पीना चाहिए। ताकि बॉडी में पानी की कमी न हो। क्योंकि पानी की कमी से डिहाइड्रेशन, सांस, हार्ट समेत अन्य बीमारियां हो सकती हैं।

डॉ। अजय मोहन अग्रवाल, फिजिशियन

डायबिटिक एवं ब्लडप्रेशर के पेशेंट्स को खास ध्यान देने की जरूरत है। दवाइयों खाने के रूटीन में परिवर्तन करें। कॉम्प्लीकेशन होने पर डॉक्टर्स की सलाह लें।

डॉ। सुदीप सरन, फिजिशियन

Posted By: Inextlive