आज पूरे देश में रामनवमी का त्योहार बड़ी श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया जा रहा है। जगह-जगह शोभयात्रा आद‍ि न‍िकाली जा रही है क्‍योंक‍ि इस दिन प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ था। ऐसे में राम जन्‍मभूम‍ि अयोध्‍या में तो इस द‍िन जश्‍न का माहौल बना है। खास बात तो यह है क‍ि आज यहां रामलला को साल भर के ल‍िए वस्‍त्र भेंट क‍िए जा रहे हैं। ऐसे में आइए जानें अयोध्‍या समेत देश के और क‍िन शहरों में धूमधाम से मनाया जाता है क‍ि ये रामनवमी का पर्व...

अयोध्या
उत्तर प्रदेश के अयोध्या अयोध्या में भगवान राम का जन्म हुआ था। ऐसे में रामनवमी के दिन पूरी अयोध्या में जश्न का माहौल बना रहता है। अयोध्या में राम नवमी देखने के लिए दूर-दूर से रामभक्त आते हैं। इस दिन सुबह-सुबह सरयू नदी में डुबकी लगाने के बाद ही भगवान की पूजा-अर्चना की जाती है। इस खास दिन पर रामलला को साल भर के लिए सात पोशाक मिलती हैं। ये सात अलग-अलग रंगों की होती हैं। इसके बाद साल भर सप्ताह के प्रत्येक दिन रामलला को अलग-अलग रंग की पोशाक धारण कराई जाती है। रविवार को गुलाबी, सोमवार को श्वेत, मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को क्रीम तथा शनिवार को नीले रंग की पोशाक धारण कराए जाने की परंपरा है। इस परंपरा का पालन गर्भगृह में स्थापित रामलला के साथ भरत, लक्ष्मण एवं शत्रुघ्न के विग्रहों की पोशाक में होता है।

वाराणसी

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भी रामजन्म का उत्सव मनाया जाता है। यहां सुबह से घाटों पर भीड़ होने लगती है। रामनवमी वाले दिन यहां पर कन्या पूजन और भंडारे का आयोजन किया जाता है। पूरे वाराणसी में जगह-जगह शोभयात्रा निकाली जाती हैं। यहां पर दूर-दूर से आने वाले लोग अपने-अपने तरीकों से भगवान की पूजा-अर्चना करते हैं। रामनवमी के मौके पर वाराणसी में भी एक अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। इसके अलावा इलाहाबाद जैसे कई शहरों में भी रामनवमी का उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है।

सीतामढ़ी
बिहार के सीतामढ़ी में भी रामनवमी बेहद धूमधाम से मनाई जाती है। सीतामढ़ी मिथिला का प्रमुख शहर है। बिहार के सीतामढ़ी जिला से 5 किलोमीटर पुनौरा धाम है। इसे माता जानकी का जन्म स्थान माना जाता है। कहते हैं कि जनकपुर के राजा जनक जब सीतामढ़ी के पुनौरा में हल चला रहे थे तभी उनकी हल की नोक से घड़ा फूटा था। इसके बाद उसे सीता जी का जन्म हुआ था। ऐसे में यहां भी रामनवमी पर माहौल काफी भक्तिमय रहता है।
भद्राचलम
आंध्र प्रदेश के भद्राचलम में भी राम नवमी की धूम रहती है। भद्राचलम वनवासी बहुल क्षेत्र है और राम जी वनवासियों के बीच भी पूज्यनीय माने जाते हैं। इसके अलावा यहां के खम्मन जिले में भगवान श्री राम से जुड़ा एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। इस दिन यहां बड़ी संख्या में रामभक्त आते हैं। रामलला के जन्मोत्वस पर पूरे विधि-विधान के साथ आरती और पूजन की जाती है। इस दौरान यहां पर शोभयात्रा आदि निकाली जाती है। हैदराबाद जैसे शहरों में रामनवमी की धूमधाम से मनती है।

रामेश्वरम

तमिलनाडु के रामेश्वरम में भी रामजन्म धूमधाम से मनाया जाता है। रामनवमी के दिन यहां पर रामभक्तों की काफी भीड़ रहती है। रामेश्वरम मंदिर के अंदर प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण, हनुमान और सीता की बहुत ही सुंदर मूर्तिया स्थापित हैं। तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित रामेश्वरम हिन्दुओं के चार धामों में से एक है। इस दिन यहां दूर-दूरे से राम भक्त आते हैं।

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Posted By: Shweta Mishra