RANCHI: रांची नगर निगम का कामकाज भगवान भरोसे ही चलता है। जब कोई हादसा होता है या फिर काफी ज्यादा जब कार्यशैली पर सवाल उठने लगता है तब उसकी नींद खुलती है। कुछ दिनों तक काम काज नजर आता है। फिर गहरी नींद में सो जाता है नगर निगम। जी हां, इन दिनों भी कुछ ऐसी ही परिस्थिति आ गई है। रांची नगर नगर निगम तालाबों की सफाई कराना फिर से भूल गया है। त्योहारों को गुजरे दो हफ्ते से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन राजधानी के तालाबों की सफाई नहीं हुई है। तालाब में गंदगी फैली हूई है। तालाब का पानी भी बदबू देने लगा है। पूजन सामग्री से तालाब अटे पडे हैं। जेल तालाब, चडरी तालाब, मधुकम तालाब, चुटिया समेत अन्य कई तालाबों की स्थिति ऐसी ही है। तालाब के अलावा डैम की भी सफाई नगर निगम की ओर से नहीं कराई गई है।

बीमारी को दे रहे न्योता

इन दिनों रांची में डेंगू का खतरा बढ़ा हुआ है। हर दिन मरीजों में डेंगू के लक्षण मिल रहे हैं। राज्य के सबसे बडे़ हॉस्पिटल रिम्स में बेड से ज्यादा डेंगू के मरीज भर्ती हो चुके हैं। ऐसे में तालाबों की गदंगी भी इस भयंकर बीमारी को निमंत्रण दे रही है। तालाबों में फैली गंदगी सें डेंगू के मच्छर पनपते हैं। जब कोई तालाब के नजदीक जाता है तो वह मच्छर का शिकार हो जाता है, इसके बाद बीमारी शुरू होती है और धीरे-धीरे यह बीमारी बड़ा रूप लेने लगती है।

गंदे तालाबों में नहाते हैं बच्चे

ठंड के दिनों में लोकल बच्चे तालाब में जाकर नहाते हैं। अपने माता-पिता के साथ छोटे-छोटे बच्चे तालाब में खेलते हैं। अनजाने में ये बीमारी के शिकार हो जाते हैं। नियमित सफाई नहीं होने की वजह से तरह-तरह के कीटाणु भी तालाब में पनपने लगते हैं। इससे बीमारी का खतरा और बढ़ जाता है।

नगर निगम की टीम कभी नहीं आती सफाई करने। मीडिया में न्यूज आने के बाद छठ से पहले थोड़ी बहुत सफाई कराई गई थी। लेकिन फिर वही हाल हो चुका है।

-----सुमन देवी

नगर निगम सिर्फ टैक्स लेने की कंपनी बन गई है। यहां हर काम के लिए दौड़ना पड़ता है। नगर निगम अपना मूल काम सफाई भी नियमित नहीं कराता है। तालाबों की स्थिति दयनीय है।

---अशोक साहू

Posted By: Inextlive