RANCHI :रांची में एसडीओ का टिक पाना मुमकिन नहीं हो रहा है। कोई अधिकारी यहां इस पद पर ज्यादा दिन तक नहीं रह पा रहा है। जब किसी ने बड़ी कार्रवाई की, उसका काम लग गया। इस तरह से दो साल में चार एसडीओ का कार्यकाल बदल गया। हाल में इस पद पर रहीं गरिमा सिंह का ट्रांसफर इसका ताजा उदाहरण है। इनका तबादला दस महीने में ही कर दिया गया। ट्रांसफर के रूप में इनाम पाने वाले ऐसे एसडीओ की फेहरिस्त लंबी है। जबकि सरकार के नियम के अनुसार किसी अधिकारी को नई पोस्टिंग मिलने के बाद उसके कार्यकाल का पीरिएड तीन साल होता है। लेकिन जब मर्जी तब एसडीओ का तबादला कर दिया जा रहा है। ऐसे फटाफट ट्रांसफर किये जाने से अधिकारियों का मनोबल तो गिर ही रहा है, काम की रफ्तार भी धीमी पड़ जा रही है। इससे बेचारी पब्लिक को ही परेशान होना पड़ रहा है। गरिमा सिंह के जाने के बाद उनकी जगह लोकेश मिश्रा को रांची का नया एसडीओ बनाया गया है। अब देखना है कि ये साहब भी अपना कार्यकाल पूरा कर पाते हैं या नहीं।

चार से छह महीने ही टिक पा रहे

हाल ये है कि इससे पहले रांची में किसी एसडीओ ने चार महीने तो किसी ने छह महीने तक ही कार्यकाल ही पूरा किया। राज्य में शायद रांची ही एक ऐसा अनुमंडल है जहां इतने कम कार्यकाल पर अधिकारियों का तबादला कर दिया जा रहा है। राजधानी में चार एसडीओ ही ऐसे रहे जो दो साल तक रहे

बड़ी कार्रवाई पड़ी भारी

रांची में एसडीओ का पद कांटों भरा है। जब-जब शहर के किसी एसडीओ ने बड़ी कार्रवाई की, सरकार ने उनको बदल दिया। यहां इस पद पर रहे भोर सिंह यादव ने मिलावट खोरों के खिलाफ अभियान चलाया था। इससे कइयों की दुकानें बंद हो गई थीं। जिसके बाद सरकार ने चार महीने में ही उनको रांची से हटाकर जामताड़ा भेज दिया। अंजली यादव ने भी मिलावट खोरों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू किया था, सरकार ने उनका भी तबादला खूंटी कर दिया। गरिमा सिंह ने भी शहर में मिठाई की बड़ी दुकानों पर कार्रवाई शुरू की, दस महीने में ही उनको शिक्षा विभाग में अवर सचिव बना दिया गया

नए एसडीओ का पूरा परिवार सिविल सेवा में

रांची के नए एसडीओ के रूप में लोकेश मिश्रा का ट्रांसफर किया गया है। लोकेश मिश्रा बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। उनकी पत्‍‌नी मेघा भारद्वाज हजारीबाग में एसडीओ हैं। इस आधार पर उनका काडर बिहार से झारखंड किया गया है। लोकेश मिश्रा का पूरा परिवार भी आईएएस अधिकारी है। लोकेश मिश्रा के भाई योगेश मिश्रा यूपीएससी क्वालीफाई करके इंजीनियरिंग सर्विस में गए। उनकी बहन क्षमा मिश्रा कर्नाटक कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं। बहन माधवी मिश्रा झारखंड काडर की आईएएस अधिकारी है और लातेहार में डीडीसी की पद पर तैनात है। पत्‍‌नी मेघा भारद्वाज झारखंड कैडर की आईएएस अधिकारी है और हजारीबाग में एसडीओ के पद पर तैनात हैं।

दो साल में यह रहा कार्यकाल

भोर सिंह यादव - फरवरी 2017 से जून 2017 तक, चार महीने का कार्यकाल ही पूरा कर पाये।

एके सत्यजीत -जून 2017 से जनवरी 2018 तक का कार्यकाल पूरा किया। सिर्फ 6 माह का कार्यकाल रहा

अंजली यादव -जनवरी 2018 से अगस्त 2018 तक रांची एसडीओ रहीं। सात महीने ही रह पाई

गरिमा सिंह- अक्टूबर 2018 में रांची एसडीओ का चार्ज लिया, अगस्त 2019 में ट्रांसफर कर दिया गया। दस महीने तक ही रांची एसडीओ रहीं।

Posted By: Inextlive