RANCHI : राजधानी में अपराध पर लगाम लगाने के लिए एसएसपी ने एक नई पहल की है। एसएसपी अनीश कुमार गुप्ता ने बुधवार को बताया कि शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में जहां-जहां टाइगर मोबाइल को तैनात किया है, वहां आरक्षी के बजाय अब एएसआई रैंक के पदाधिकारी रहेंगे। ये क्षेत्र के डीएसपी, एसपी के अधीन रहेंगे और प्रतिदिन कार्य की जानकारी देंगे। राजधानी में 55 प्वांइट चिन्हित किए गए हैं।

पुलिस को मिली थी झाड़

गौरतलब हो कि हाई कोर्ट में कुछ दिन पूर्व रांची पुलिस को झाड़ पिलाई थी और कहा था की पुलिस ठीक ढंग से काम नहीं कर पाती है कई गवाहों को पुलिस अदालत में प्रस्तुत नहीं कर पाती है जिसकी वजह से आरोपी आराम से छूट जाते हैं या वैसे केसों का निष्पादन नहीं हो पाता है जिनका निष्पादन बहुत पहले ही हो जाना चाहिए। यह प्रक्रिया उसी का एक हिस्सा है।

डीएसपी करेंगे समीक्षा

सप्ताह में एक दिन डीएसपी क्षेत्र के टाइगर मोबाइल के कायरें की समीक्षा करेंगे और उनकी सूची ग्रामीण क्षेत्र के डीएसपी ग्रामीण एसपी को और शहरी क्षेत्र के डीएसपी सिटी एसपी को सौंपेंगे। फिर इन दोनों पदाधिकारियों द्वारा एसएसपी को पूरी रिपोर्ट सौंपी जाएगी। फिर जिन इलाकों में अपराध बढ़ने की सूचना होगी वहां छापेमारी अभियान चलाया जाएगा। गैरकानूनी कामों में संलिप्त लोगों पर मुकदमा होगा। वहीं अवैध शराब बिक्री मामले में अपराधी जेल से बाहर न आ पाएं इसके लिए उन पर अन्य धाराओं के तहत भी मामला दर्ज किया जाएगा।

जीपीएस से जुड़े रहेंगे सभी पदाधिकारी

सिटी के किस इलाके में अपराधियों द्वारा अगर कोई वारदात को अंजाम देने का प्लान है तो इसकी जानकारी सभी थानों के पुलिस अफसरों को भी रहेगी, ताकि उसे पकड़ने में उनकी भी मदद ली जा सके। इसके लिए सभी पुलिस अफसर जीपीएस से जुड़े रहेंगे और उन्हें टेट्रा के जरिए पल-पल की जानकारी मिलती रहेगी। सिटी को क्राइम फ्री बनाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।

क्या होगा काम

अपराधियों की पहचान

वारंट का तामिला,

लाल वारंटी की खोज

अवैध शराब के अड्डे

मटका, फटफट के स्पॉट

जीपीएस से रहेंगे लैस

Posted By: Inextlive