-विधान सभा चुनाव के दौरान दंगा नियंत्रण के लिए पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल

-आगजनी से निबटने, घायलों को अस्पताल भेजने, उपद्रवियों की गिरफ्तारी का अभ्यास

रांची : विधानसभा चुनाव के दौरान उपद्रवियों से निबटने के लिए एसएसपी अनीश गुप्ता के निर्देश पर पुलिस की ओर से मॉक ड्रिल किया। पुलिस लाइन में अभ्यास के लिए वास्तविक घटना जैसी ड्रिल हुई। जिसमें आगजनी, घायलों को अस्पताल भेजने, उपद्रवियों को गिरफ्तार करने, अनाऊंसमेंट, लाठीचार्ज सहित सभी तरह का अभ्यास किया गया। इस दौरान पुलिसकर्मी ही उपद्रवी बने थे। पुलिस के अधिकारी ही मजिस्ट्रेट और अधिकारी बनकर निर्देश दे रहे थे। इस मॉक ड्रिल में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया। सिटी एसपी सौरभ ने कहा कि मॉक ड्रिल एक रेगुलर प्रक्रिया है जो विधि व्यवस्था के संधारण के लिए समय-समय पर करवाया जाता है। विधानसभा चुनाव नजदीक है ऐसे में पुलिस की ट्रेनिंग चुनाव में भी काफी काम आएगी।

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आंसू गैस के गोले भी दागे :

मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस के जवानों ने लाठी चार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़ने, पानी की बौछार आदि को लेकर अभ्यास किया। काल्पनिक स्थिति पैदा कर उससे निपटने का अभ्यास किया गया। इस दौरान ऐसा लग रहा था, मानो पूरा क्षेत्र हुड़दंगियों के कब्जे में है और पुलिस इससे निपटने की कोशिश कर रही है। उपद्रवियों की पत्थरबाजी से लेकर उनपर आंसू गैस के गोले, हवाई फायरिंग, पानी की बौछार, लाठीचार्ज से लेकर गिरफ्तारी तक की कार्रवाई कर बताया गया कि पुलिस हर परिस्थिति से निपटने में सक्षम है। मॉकड्रिल के दौरान जवानों को यह भी बताया गया कि अगर स्थिति बिगड़ती है और उसमें लोग घायल होते हैं तो उन्हें कैसे भीड़ से निकालकर अस्पताल भेजा जाए।

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सिटी एसपी से नहीं खुला हथगोला का पिन :

इस मॉक ड्रिल के दौरान सबकुछ ठीक रहा, लेकिन सिटी एसपी सौरभ से हथगोला का पिन नहीं खुला। तीन बार प्रयास किया गया। उन्हें पिन खोलने के लिए अन्य पुलिसकर्मियों ने मदद भी लेनी पड़ी। एक अन्य पुलिसकर्मी ने जब पिन खोलकर दिया, तब उन्होंने फेंका। पिन नहीं खोल पाने के दौरान सिटी एसपी तनावपूर्ण भी दिखे।

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Posted By: Inextlive