RANCHI:कोरोना को लेकर जहां हर कोई अलर्ट है, वहीं हेल्थ डिपार्टमेंट ने भी अपनी ओर से तैयारी कर रखी है। राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स के अलावा सदर हॉस्पिटल में भी व्यवस्था दुरुस्त की गई है। रिम्स में जहां 25 वेंटिलेटर आपात स्थिति के लिए रखे गए हैं। वहीं सदर के आइसोलेशन में भी वेटिंलेटर अवेलेवल है। इसके अलावा सभी डॉक्टर, नर्स और स्टाफ को भी इमरजेंसी से निपटने के लिए ट्रेनिंग दी गई है। ताकि आपात स्थिति में वे भी मरीजों की जान बचा सकें। अबतक तो झारखंड में कोई पॉजीटिव केस नहीं मिला है। लेकिन एक सवाल कि अगर कोरोना ज्यादा फैल गया तो उनके बचाव के लिए क्या इंतजाम होंगे?

प्राइवेट हॉस्पिटल्स भी अलर्ट पर

हेल्थ डिपार्टमेंट झारखंड ने रिम्स-सदर के अलावा सभी प्राइवेट हॉस्पिटल्स को भी अलर्ट रहने को कहा है। वहीं आपात स्थिति में उनके हॉस्पिटल्स से इक्विपमेंट्स मंगवाए जा सकते हैं। इसके अलावा सभी को तैयार रहने को कहा गया है कि जरूरत पड़ी तो उनके यहां भी आइसोलेशन वार्ड बनाए जा सकते हैं।

कोरोना में हर पेशेंट को वेंटिलेटर जरूरी

करोना पॉजीटिव मरीजों को पहले बुखार, फिर खांसी के बाद सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। ऐसी स्थिति में मरीज को वेंटिलेटर पर रखने की नौबत आ जाती है, ताकि वह जल्दी रिकवर कर सके। जिससे यह तो साफ है कि कोरोना के हर मरीज को वेंटिलेटर की जरूरत पड़ेगी।

सदर में भी अवेलेबल हैं दो वेंटिलेटर

हार्ट ऑफ सिटी स्थित सदर हॉस्पिटल भी कोरोना से निपटने को लेकर तैयार है। ऐसे में वहां पर भी दो वेंटिलेटर तैनात हैं। इसके अलावा मेडिकल टीम को भी ड्यूटी पर मौजूद रखा गया है। सिविल सर्जन डॉ विजय बिहारी प्रसाद ने बताया कि हमारे यहां पूरी तैयारी है। अगर जरूरत पड़ी तो पहले मरीजों को रिम्स भेजा जाएगा। इसके बाद परिस्थिति को देखते हुए कदम उठाए जाएंगे, ताकि मरीजों का बेहतर इलाज हो सके।

हमारी पूरी तैयारी है और पर्याप्त संख्या में वेंटिलेटर भी है। हेल्थ डिपार्टमेंट से एडवाइजरी जारी की गई है कि रिम्स के साथ प्राइवेट हॉस्पिटल भी तैयार रहेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो हॉस्पिटल के कुछ और वार्ड में भी आइसोलेशन वार्ड बना दिया जाएगा। इसलिए मरीजों को रिम्स में कम से कम आने की सलाह दी जा रही है। जैसे ही यह महामारी टल जाती है, तो फिर हॉस्पिटल में पहले जैसी व्यवस्था लागू हो जाएगी।

डॉ ब्रजेश मिश्रा, नोडल ऑफिसर, कोरोना कंट्रोल, रिम्स

Posted By: Inextlive