RANCHI: रांची स्मार्ट का काम कछुए की चाल से भी धीमी गति से चल रहा है। आलम यह है कि चार साल में चार कदम ही आगे बढ़ सका है रांची स्मार्ट सिटी का प्लान। वैसे तो स्मार्ट सिटी के तहत कई काम हो रहे हैं, लेकिन अबतक एक प्रोजेक्ट भी पूरा नहीं किया जा सका है। आलम तो यह है कुछ प्रोजेक्ट बंद भी हो चुके हैं। स्मार्ट सिटी में इसी ढीले रवैये के कारण रांची की रैकिंग भी खराब हुई है। जिस शहर को पिछली बार थर्ड रैंक मिला था, वह इस बार फिसल कर 14वें पायदान पर पहुंच गया। इसमें स्मार्ट सिटी के तहत फिलहाल अर्बन इंस्टीट्यूट, कन्वेंशन सेंटर, सी-4 का काम चल रहा है। रांची को योजनाओं के क्रियांवयन के लिए देश भर में पहला स्थान मिला था। साथ ही बेस्ट परफॉर्मिग सिटी का अवार्ड भी दिया गया था। लेकिन इसी शहर में कई योजनाएं अधर में है। यहां तक की कन्वेंशन सेंटर का काम कई महीनों से बंद पड़ा है। झारखंड अर्बन इंस्टीट्यूट जिसे अगस्त में ही पूरा किया जाना था, लेकिन काम नहीं होने की वजह से छह महीने का एक्सटेंशन दिया गया था। इसके बाबजूद काम अब तक खत्म नहीं हो पाया है।

दिसबंर में हैंडओवर होना था अर्बन इंस्टीटयूट

एचईसी परिसर में ही बनाए जा रहे जूपमी अर्थात झारखंड अर्बन प्लानिंग मैनेजमेंट इंस्टीटयूट का काम भी अब तक पूरा नहीं हुआ है। जबकि इसे नवंबर में ही पूरा कर लिया जाना था। दिसंबर में इस भवन को सरकार को हैंड ओवर किया जाना था। इस प्राजेक्ट पर 2017 में ही काम शुरू हुआ था। 107 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में अर्बन डेवलपमेंट संबंधित कोर्स कराए जाने हैं। इसके अलावा ग‌र्ल्स और ब्वायज के रहने की व्यवस्था, कर्मचारियों के ऑफिस मीटिंग हॉल, कांफ्रेंस हाल व अन्य डिपार्टमेंट का कंस्ट्रक्शन किया जाना है। काम कर रही कंपनी केएमबी के कर्मचारियों ने बताया कि फंड की वजह से काम में देरी हो रही है।

कन्वेंशन सेंटर का काम बंद

स्मार्ट सिटी में ही कन्वेंशन सेंटर का निर्माण भी कराया जा रहा था। लेकिन बीते दो महीने से काम बंद है। 406 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में भी फंड की कमी की बात कही जा रही है। काम करा रही कंपनी एलएंडटी के कर्मचारियों ने बताया कि फंड नहीं मिलने की वजह से काम रुका हुआ है। चुनाव के वक्त से ही समस्या आ रही थी। लेकिन सरकार गठन के बाद यह समस्या और ज्यादा बढ़ गई है।

एबीडी एरिया में पब्लिक को बसाने के लिए तैयार हो रहा इंफ्रास्ट्रक्चर

एचईसी के 656 एकड़ जमीन में एरिया बेस्ड डेवलपमेंट का काम हो रहा है। इसकी भी रफ्तार बहुत धीमी है। वाटर सप्लाई लाईन, इलेक्ट्रिक पॉवर लाइन बिछाने एवं सड़क बनाने का काम इस प्रोजेक्ट में किया जाना है। इस एरिया में आम नागरिकों को बसाया जाएगा। इंफ्रास्ट्रक्चर का काम पूरा करने के बाद आधारभूत सरंचना निर्माण कराया जाएगा। जहां ऑक्सन के तहत आम पब्लिक को जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। पब्लिक अपने अनुसार कंस्ट्रक्शन का निर्माण करा सकती है। स्मार्ट सिटी में 80 हजार लोगों के बसाने की योजना है। वहीं ऑफिस व अन्य संस्थानों में लोग रोजगार के लिए भी जा सकेंगे। स्मार्ट सिटी के एबीडी एरिया में 1029 करोड़ रुपये की लागत से कुल 18 योजनाओं पर काम होना जिसमे 12 योजनाओं का टेंडर कर काम शुरू किया गया था। हालांकि, काम की गति काफी धीमी है। इधर होली के बाद काम पूरी तरह से बंद पड़ा है।

Posted By: Inextlive