RANCHI: कोरोना को लेकर पूरे देश में अलर्ट जारी है। वहीं एयरपोर्ट से लेकर हॉस्पिटलों में स्क्रीनिंग से इलाज तक के सारे इंतजाम हैं। लेकिन राजधानी के बड़े स्टेशन रांची जंक्शन पर ऐसी कोई व्यवस्था ही नहीं है। इतना ही नहीं, सस्पेक्टेड की स्क्रीनिंग को लेकर कहीं कैंप भी नहीं लगाए गए हैं। ऐसे में कोई पेशेंट आ जाए तो भी उसकी पहचान नहीं हो पाएगी। वहीं पॉजीटिव केस मिल गया तो फिर इस बीमारी को फैलने से कोई रोक नहीं पाएगा। बताते चलें कि पिछले दिनों भुवनेश्वर राजधानी में कोरोना के पॉजीटिव मरीज ने सफर किया। इसके बाद कई लोग उसकी चपेट में आ गए। फिर भी रेलवे और हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों की नींद नहीं खुल रही है।

अनाउंसमेंट के भरोसे पैसेंजर्स की सुरक्षा

रांची स्टेशन पर हर दिन हजारों पैसेंजर आते हैं, जहां कई राज्यों से पैसेंजर्स भारी संख्या में आते हैं। लेकिन उनके लिए न तो सैनिटाइजर रखे गए हैं और न ही कोई डॉक्टर तैनात है। केवल अनाउंसमेंट के सहारे उन्हें अलर्ट रहने को कहा जा रहा है। जबकि डिवीजन के हॉस्पिटल में आइसोलेशन वार्ड भी बनाए गए हैं। बड़े-बड़े स्टेशनों पर स्क्रीनिंग की भी व्यवस्था की गई है। वहीं सस्पेक्टेड लोगों को तुरंत आइसोलेशन में भेजा जा रहा है। लेकिन रांची में ऐसी कोई व्यवस्था अबतक नहीं की गई है। वहीं एक हेल्प डेस्क काउंटर खोला गया है, जहां से उन्हें हॉस्पिटल जाने की जानकारी दी जा रही है।

चलती ट्रेन में हो पैसेंजर्स की स्क्रीनिंग

कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर झारखंड पैसेंजर्स एसोसिएशन के सचिव व सदस्य क्षेत्रीय रेलवे उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति, दपू रेलवे कोलकाता प्रेम कटारूका ने हेल्थ मिनिस्टर और रेलवे मिनिस्टर को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि ट्रेन में जितने पैसेंजर चलते हैं उनकी चलती ट्रेन में ही जांच की जाए। इसके लिए रेलवे मेडिकल और डिस्ट्रिक्ट हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम को तैनात किया जाए तो सस्पेक्टेड मरीजों की पहचान हो सकती है। इसके बाद इस बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है।

फिलहाल स्क्रीनिंग को लेकर कोई इंतजाम नहीं है। अगर कोई सस्पेक्टेड आता है तो उसके लिए हेल्प डेस्क बनाया गया है, जहां से उसे जानकारी मिल जाएगी। वहीं समय-समय पर अनाउंसमेंट के माध्यम से पैसेंजर्स को अलर्ट रहने के लिए अवेयर किया जा रहा है।

सुहास लोहकरे, एसपीआरओ, रांची डिवीजन

Posted By: Inextlive