-ट्रीटमेंट प्लांट में पानी का किया जाएगा प्रॉसेसिंग

-वेस्ट वाटर का ट्रीटमेंट कर बनाया जाएगा यूज के लायक

-स्टोरेज के लिए बनाया जा रहा पानी का टैंक

-पानी से होगा सफाई का काम, पौधों को दिया जाएगा पानी

RANCHI (5 Nov) : साउथ इस्टर्न रेलवे जोन के सभी स्टेशनों पर पानी की बर्बादी रोकने के लिए रेस है ताकि भविष्य के लिए पानी बचाया जा सके। इसी के तहत रांची रेलवे स्टेशन पर अब एक बूंद भी पानी बर्बाद नहीं होगा। वहीं वेस्ट पानी को प्रोसेस कर दोबारा इस्तेमाल के लायक बनाया जाएगा। इतना ही नहीं उस पानी के स्टोरेज के लिए रांची रेलवे स्टेशन के पास में ही टैंक बनाया जा रहा है। ताकि वेस्ट वाटर को प्रॉसेस करने के बाद स्टोरेज की प्राब्लम न हो। बताते चलें कि रांची रेलवे स्टेशन को इको स्मार्ट रेलवे स्टेशन बनाने का काम तेजी से चल रहा है।

रांची समेत 21 स्टेशन

फ‌र्स्ट फेज में इको फ्रेंडली रेलवे स्टेशन के रूप में डेवलप करने के लिए रांची समेत 21 स्टेशनों को सेलेक्ट किया गया है। दीघा के अलावा खड़गपुर, बांकुरा, बिष्णुपुर, पुरुलिया, मेकेदा, संतरागाछी, बागन, पंसकुरा, शालीमार, जालग्राम, मिदनापुर, आद्रा, बालासोर, हटिया, टाटानगर, झारसुगुड़ा राउरकेला, बोकारो स्टील सिटी और चक्रधरपुर है।

स्टेशन पर इटीपी अौर एसटीपी

स्टेशन को इको स्मार्ट बनाने के साथ ही आसपास के इलाकों को साफ रखने और जीरो वाटर डिस्चार्ज की योजना भी है। ऐसे में वेस्ट वाटर को बर्बाद करने की बजाय उसे प्रॉसेस कर दोबारा यूज के लायक बनाया जाएगा। इसके लिए एप्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (इटीपी) और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाने का काम तेजी से चल रहा है। वहीं हटिया स्टेशन में भी प्लांट लगाने का काम प्रोसेस में है।

ट्रीटमेंट के बाद पानी स्टोर

वेस्ट वाटर को प्लांट में ट्रीटमेंट के बाद साफ किया जाएगा। इसके बाद इस पानी को टैंकर में स्टोर किया जाएगा। इस पानी का यूज प्लांटेंशन, सफाई के अलावा कोच धोने में किया जाएगा। ऐसे में पानी किसी भी हाल में बर्बाद नहीं होगा। वहीं स्टेशन पर इको फ्रेंडली व ग्रीन टॉयलेट लगाने की भी योजना है। जिससे कि लोग खुले में टॉयलेट न जाए।

Posted By: Inextlive