RANCHI : रांची यूनिवर्सिटी के कॉलेजों से अब साधारण स्टूडेंट्स के लिए बीएड करना आसान नहीं होगा। जी हां, पहले जहां बीएड करने के लिए स्टूडेंट्स को लगभग 40 हजार रुपए खर्च करने पड़ते थे, वो अब बढ़ा कर लगभग 1.88 लाख करने की तैयारी में यूनिवर्सिटी है। ऐसे में स्टूडेंट्स को अब बीएड करने के लिए चार गुनी से भी अधिक फीस भरनी पड़ेगी, जो सभी के लिए संभव नहीं होगा। फीस बढ़ाने का यह प्रपोजल बीएड कॉलेजों की ओर से भी रांची यूनिवर्सिटी को भेजा गया है। जिसे एकेडमिक काउंसिल के समक्ष रखा जाएगा और स्वीकृति मिलते ही इसे लागू कर दिया जाएगा।

एकेडमिक काउंसिल की मंजूरी का इंतजार

रांची यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में पहले एक साल का बीएड कोर्स करने के लिए लगभग 40 हजार फीस भरनी पड़ती थी। लेकिन, 2015-17 बैच के लिए अब चार गुनी अधिक फीस वसूली जाएगी। वहीं, फीस को लेकर कॉलेजों की ओर से ये प्रपोजल भी रांची यूनिवर्सिटी को भेजा गया है। जिसमें सभी कॉलेजों के अलग-अलग फीस स्ट्रक्चर है। जिसमें 94 हजार रूपये से लेकर एक लाख रूपये तक की फीस रखी गई है। इसे एकेडमिक काउंसिल में रखा जाएगा। यहां से पास होने के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा। वहीं रांची यूनिवर्सिटी भी ये तैयारी कर रहा है कि स्टूडेंट से इतनी ही फीस वसूली जाएगी।

तीन कॉलेजों में होती है पढ़ाई

रांची यूनिवर्सिटी के तीन कॉलेजों में बीएड की पढ़ाई होती है। इनमें रांची कॉलेज, रांची वीमेंस कॉलेज और बेड़ो कॉलेज शामिल हैं। यहां हर साल बीएड के स्टूडेंट का एडमिशन होता है और प्राइवेट कॉलेजों की तुलना में काफी कम फीस ली जाती है। लेकिन, अब बीएड दो साल का कोर्स हो गया है और इस पर इन कॉलेजों में जो बीएड के लिए फीस रखने की तैयारी है, उसके सामने प्राइवेट कॉलेजों की फीस कुछ भी नहीं है। तीन कॉलेजों में दो साल के बीएड कोर्स के लिए स्टूडेंट्स को 1 लाख 88 हजार रुपए चुकाने होंगे।

दो साल के कोर्स के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं

रांची यूनिवर्सिटी के तीन कॉलेजों में किसी कॉलेज के पास अलग से कोई इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है। इस कारण एनसीटीई ने बीएड की मान्यता रद्द कर दी थी। हालांकि अभी इसे शुरू करने की इजाजत नहीं मिली है, लेकिन सकारात्मक बात एनसीटीई से की गई है। इसके बाद इसी सेशन से दो साल का बीएड शुरू हो सकता है। इसके साथ ही यहां दस टीचर की नियुक्ति करनी होगी। जिन्हें रेगुलर टीचर की तरह सैलरी भी देनी होगी। इतना ही नहीं, इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी अलग से बिल्डिंग बनानी होगी।

फीस में पिछड़ जाएंगे निजी कॉलेज

रांची यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में चलने वाले बीएड कोर्स की फीस इतनी अधिक हो जाएगी कि प्राइवेट कॉलेज भी पीछे हो जाएंगे। प्राइवेट बीएड कॉलेजों की फीस 60 से लेकर 80 हजार तक है। दो साल का कोर्स होने पर भी इनकी फीस लगभग 1.30 लाख से 1.40 लाख तक होगी। जो आरयू के कॉलेजों की 1.88 हजार की तुलना में लगभग 68 हजार कम होगी।

बगैर लोन बीएड करना संभव नहीं

इतनी अधिक फीस होने के बाद रांची यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में बीएड करने में प्राब्लम होगी। रांची कॉलेज या फिर रांची वीमेंस कॉलेज में वैसे स्टूडेंट्स बीएड करते हैं, जो सामान्य घरों से आते हैं। ऐसे में अगर इनसे चार गुनी अधिक फीस वसूली जाएगी, तो ये कहां से फीस चुका पाएंगे। यही नहीं, अब स्टूडेंट्स को बीएड करने के लिए भी लोन लेना पड़ सकता है। इसके बिना अब बीएड संभव नहीं हो सकता है।

Posted By: Inextlive