Swatantra Veer Savarkar: 'स्वतंत्र वीर सावरकर' के नए टीजर में रणदीप हुड्डा का लुक सभी को काफी पसंद आया। लेकिन टीजर के शुरुआती सेकंड की टैगलाइन से कुछ लोगों को आपत्ति हैं...

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। Bollywood News: रविवार को फ्रीडम फाइटर दामोदर सावरकर की 140वीं जयंती पर रणदीप की अपकमिंग फिल्म, 'स्वतंत्र वीर सावरकर' का नया पोस्टर और टीजर रिलीज हुआ। फिल्म में रणदीप हुड्डा का लुक सभी को काफी पसंद आया। कमाल की बात ये है कि इस फिल्म के लिए रणदीप ने पूरे 26 किलो वजन घटाया है। लेकिन टीजर के शुरुआती सेकंड की टैगलाइन से कुछ लोगों को आपत्ति हैं।

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स्वास्तिका मुखर्जी ने किया ट्वीट
फिल्म की टैगलाइन में ये दावा किया गया कि सावरकर ने सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, खुदीराम बोस जैसे फ्रीडम फाइटर को इंस्पायर किया था। इस बात को लेकर एक्ट्रेस स्वास्तिका मुखर्जी ने ट्वीट कर आपत्ति जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि, खुदीराम बोस का 18 साल की उम्र में निधन हो गया था। किसी ने इससे पहले ही उन्हें स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने के लिए इंस्पायर किया था? और नेताजी, नेताजी बन गए क्योंकि वे किसी से इंस्पायर थे? वहीं भगत सिंह का इतिहास हम सभी पहले से ही जानते हैं। तो फिर ये इंस्पायर स्टोरीज कहाँ से आ रही हैं?

Khudiram Bose died at the age of 18. Someone inspired him even before that to join the freedom movement?
And Netaji became Netaji because he was inspired by someone ? And Bhagat Singh&यs history we all know already. From where on earth are these inspiring stories popping up ?

— Swastika Mukherjee (@swastika24) May 29, 2023

स्पष्ट रूप से कही अपनी बात
मुझे नहीं लगता कि कोई भी हमारे फ्रीडम फाइटर या हमारे देश के लिए लड़ने वाले किसी भी व्यक्ति का अपमान करना चाहता है। मेरा निश्चित रूप से ऐसा कोई इरादा नहीं है। लेकिन मैं फिल्मों की इस बिकाऊ पिच से सहमत नहीं हूं। चुने हुए लोगों को ऊंचे आसन पर बैठाना जरूरी नहीं है। सावरकर खुदीराम से छह साल बड़े थे। 1908 में खुदीराम की मृत्यु हो गई। सावरकर ने 1857 में 1909 में अपनी पुस्तक प्रकाशित की। वह तब लंदन में एक छात्र थे और अभी तक कोई गंभीर उग्रवादी नहीं थे। अगर मैं गलत हूं तो कोई भी मुझे सुधार सकता है।

I don&यt think anyone wants to dishonour or disrespect our freedom fighters or anyone who fought for our country. I definitely have no such intention. But I do not agree to this selling pitch of films. Putting chosen ones on a higher pedestal. Not required.

— Swastika Mukherjee (@swastika24) May 29, 2023

Savarkar was six years older than Khudiram. Khudiram died in 1908. Savarkar published his book on 1857 in 1909. He was a student then in London and was yet to be any serious militant. Anybody, correct me if I'm wrong.
Thank you @devarsighosh for stating the obvious.

— Swastika Mukherjee (@swastika24) May 29, 2023

Posted By: Anjali Yadav