Patna: कुछ दिन पहले तक इनका दिल बदतमीज था अब जनाब की हैबिट में उल्टी-सीधी हरकतें शामिल हो गई हैं. कभी बिना बोले ही सारी कहानी कह देते हैं तो कभी हैप्पी क्लब ओपेन कर दोस्त के लिए लड़की भगाते हैं.


इन्हें टेंशन लेना पसंद नहींरॉक स्टार भी हैं, तो बरफी से मीठी इनकी अदाएं। ये जलवे हैं बॉलीवुड के सबसे बड़े और पुराने शोमैन फैमिली के नए चिराग रणवीर कपूर के। बिंदास रणवीर को फ्यूचर में झांकना और उसकी टेंशन लेना पसंद नहीं है। संडे को एक प्रोग्राम के सिलसिले में रणवीर पटना पहुंचे तो लगे हाथ आई नेक्स्ट के साथ अपनी कहानी अपनी जुबानी बयां की फिल्म इंडस्ट्री में तीन 'खान' की चलती है। उन तीनों में अपने को कहां पाते हैं? - तीनों खान की जगह कोई नहीं ले सकता। इंडस्ट्री में जगह बनाने की कोशिश कर रहा हूं। फिल्म दर फिल्म मैं सीख रहा हूं। मेरे काम को मेरी फैमिली से जोड़कर देखा जाता है। इससे मेरे ऊपर थोड़ा प्रेशर रहता है। आप राज कपूर के पोते, ऋषि कपूर के बेटे या रणवीर कपूर कहलाना पसंद करेंगे?


- यह सच है कि मुझे मौका राज कूपर के पोते और ऋषि कपूर के बेटे होने के कारण मिली है। लेकिन मेहनत तो मैंने की है। टैग नेम आपको एंट्री दिला सकती है, इंडस्ट्री में सस्टेन नहीं करा सकती। मैं अपनी बदौलत इंडस्ट्री में टिका हूं और मैं रणवीर कपूर कहलाना ही पसंद करूंगा। मम्मी-पापा के साथ आपकी फिल्म आ रही है, कैसा एक्सपीरिएंस रहा?

उनके साथ काम करना अच्छा रहा। हर कॉमेडी को हमलोगों ने खूब इंज्वॉय किया। सीन करने के बाद हमलोग बैठकर खूब हंसते थे। रियल लाइफ मैं उन दोनों से बचपन से सीखते आ रहा हूं और आज भी सीख रहा हूं। लेकिन फिल्म में कई जगह पर मैंने उनको टिप्स दिए हैं।  फिल्म के सेट पर डायरेक्टर से लेकर को-एक्टर तक से आपकी केमेस्ट्री फिट रहती है, इसका कारण क्या है? मैं मतलबी इंसान हूं। फिल्म मेकिंग स्टार्ट होने के छह महीने पहले से टेस्ट वगैरह चलने लगता है। मैं उसी पीरियड का फायदा उठाता हूं और सबसे घुल-मिल जाता हूं। सबको अपना फ्रेंड बना लेता हूं। क्योंकि इसका फायदा मुझे आगे मिलने वाला होता है। मेरे व्यवहार से डायरेक्टर-प्रोड्यूसर सभी इंप्रेस होते हैं और मुझे नेक्स्ट फिल्म में चांस देने की सोचते हैं। तो है ना मेरा फायदा सबको फ्रेंड बनाने में।  हर फिल्म में आपके साथ कोई ना कोई लव स्टोरी जुड़ ही जाती है?

मीडिया जो बातें पब्लिश करती है या उसे न्यूज बनाती है, जिसे हम अफवाह कहते हैं, वह 80 परसेंट सही होता है। लेकिन वह उस चीज को ग्लैमर के साथ बढ़ा-चढ़ाकर पेश करती है। मेरे साथ मामला यह है कि हर किसी को दोस्त बना लेता हूं।  कैटरीना कैफ के साथ डेटिंग पर आप क्या कहेंगे?मैं जिस एज में हूं, इसमें किसी के साथ डेट कर सकता हूं। एक बार मेरी शादी हो जाएगी तो यह सब चीजें खुद ही बंद हो जाएंगी। मेरी लोगों को एडवाइस है कि शादी के बाद किसी दूसरे के साथ डेटिंग-फ्लर्टिंग ना करें।  इन अफवाहों का क्या असर पड़ता है?लोग अफवाह को सुनते-समझते हैं। उस समय हो सकता है कि आपके बारे में नजरिया गलत हो लेकिन बाद वे आपके काम को पसंद करते हैं। नेक्स्ट फिल्म में आपका काम अच्छा है तो वे सबकुछ भूल जाते हैं। रॉकस्टार और बर्फी में से कौन सा रोल टफ लगा? दोनों रोल करने में मुझे ज्यादा परेशानी नहीं हुई। क्योंकि मैं शाई टाइप का आदमी हूं। मुझे 'ये जवानी है दीवानीÓ फिल्म का रोल टफ लगा। आगे की क्या प्लानिंग है?आप प्लान करोगे तो ऊपर वाला हंसेगा। यदि हम ये काम करेंगे तो ऊपर बैठकर वो क्या करेगा? हमारा काम प्रेजेंट में होता है, फ्यूचर डिसाइड करना तो उसका काम है। प्रेजेंट वर्क पर रिजल्ट और आपके लाइफ का डिसीजन तो वही लेता है। इसलिए मैं आगे की प्लानिंग नहीं करता।
आपने गांधी जी को भी बेशरम कहा?क्योंकि गांधी जी खुद की सुनते थे। वे जो भी करते थे, अपने दिल की सुनते थे, दुनिया की नहीं।hindi news from PATNA desk

Posted By: Inextlive