जमशेदपुर : बच्ची की अपहरण के बाद दुष्कर्म और फिर उसे मौत के घाट उतारने वाले टेल्को रामाधीन बागान निवासी ¨रकू साहू और उसके साथ कैलाश कुमार ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। ¨रकू नशे का आदी है। बता दें कि 25 जुलाई की रात 11.40 बजे टाटानगर स्टेशन के निकासी द्वार के सामने से बंगाल के पुरुलिया जिले के झालदा की तीन साल की बच्ची का अपहरण कर लिया था। इसका खुलासा करते हुए टाटानगर रेल डीएसपी नूर मुस्तफा अंसारी ने बुधवार को बताया कि बच्ची के अपहरण में उसका साथ साकची काशीडीह निवासी कैलाश कुमार ने दिया।

बच्ची को गोद में लेकर स्टेशन के दूसरे एंट्री गेट बर्मामाइंस ओवर ब्रिज की ओर निकला। साथ लेकर टेल्को तारकंपनी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के पास गया। पहले दुष्कर्म किया। जब वह रोने लगी तो उसका गला काट दिया। शव की पहचान नहीं हो इस कारण सिर को दूसरी जगह फेंक दिया। बोरा या झोला में शव को रख वह 26 जुलाई की सुबह छह बजे तक तारकंपनी के आसपास घूमता रहा। होटल चलाने वाले पिंटू रजक ने उसे देखा। ¨रकू जो होटल में भी कभी-कभी काम करता था। उससे काम करने को कहा। कोई जवाब ¨रकू ने नहीं दी और चला गया.छुपते-छुपाते ¨रकू साहू ने बच्ची के शव को टेल्को तारकंपनी फ्रेबिरिकेशन यार्ड और चारदीवारी के बाहर व रोड से सटरी दूसरी चारदीवारी के बीचोबीच फेंक दिया। कैलाश व ¨रकू अपने घर चले गए और बड़े आराम से रहने लगे।

ऐसे आरोपी तक पहुंची पुलिस

डीएसपी ने बताया कि बच्ची के चोरी होने की शिकायत पर पर रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरा फुटेज के अनुसार बच्ची चोरी करने वाले व्यक्ति और उसके साथ की की पहचान को वीडियो वायरल किया गया। गोपनीय सूचना एकत्र की जाती रही। फुटेज के आधार पर पुलिस टीम ¨रकू साहू के रामाधीन बागान घर तक जा पहुंची। उसे 29 जुलाई की रात को पकड़ा गया। उसकी निशानदेही पर साकची काशीडीह लाइन नंबर एक से पकड़ा गया।

ऐसे किया बच्ची को अगवा

¨रकू साहू अपने मित्र कैलाश के साथ किसी बच्ची की तलाश में 25 जुलाई टाटानगर स्टेशन पहुंचे। स्टेशन की दूसरी इंट्री गेट पर कैलाश खड़ा रह गया। ¨रकू स्टेशन के निकासी द्वार के पास देखा एक महिला और एक पुरुष सोए हुए हैं। बच्ची बगल में बैठी है। बच्ची को उठाकर अपने साथ ले गया। दूसरी इंट्री गेट से बर्मामाइंस ओवर ब्रिज की ओर निकला। बच्ची को पैदल तो कभी गोद या कंधा पर बैठा कर ले गए। बर्मामाइंस पेट्रोल पंप से होते हुए केरला पब्लिक स्कूल होते हुए टेल्को तारकंपनी से सटे रामाधीन बागान की ओर निकल गए। रेल डीएसपी ने बताया कि पुलिस ने जगह-जगह लगी सीसीटीवी फुटेज के सहारे आरोपितों तक पहुंची।

पुलिस को जो हाथ नहीं लगा

बच्ची का सिर, बच्ची को काटने में इस्तेमाल धारदार हथियार, बच्ची के कपड़े, बच्ची के पायल या बाला, शव को फेंकने में इस्तेमाल बोरा का झोला। पुलिस को केस की मजबूती और आरोपित को सजा दिलाने में इन साक्ष्यों को जुटाना आवश्यक है।

बच्ची की मां बार-बार हो रही बेहोश

बच्ची की हत्या की जानकारी और उसका सिर विहीन शव देख उसकी मां बार-बार बेहोश जा रही थी। पुलिस बच्ची की पहचान के लिए शव को दिखाई थी।

¨रकू की मां पुलिस में हवलदार, कैलाश के पिता सीआरपीएफ जवान

डीएसपी नूर मुस्तफा अंसारी ने बताया कि ¨रकू साहू की मां झारखंड में पुलिस हवलदार है। गिरीडीह में पदस्थापित है। श्रावणी मेले में डयूटी कर रही है। जब उसे बुलाया गया तो बीमार होने के कारण अस्पताल में दाखिल होने की जानकारी दी गई। वहीं साकची काशीडीह लाइन नंबर एक के निवासी कैलाश कुमार के पिता संतराम सीआरपीएफ में है और अभी पुलवामा में पदस्थापित है।

¨रकू को दो पुत्री और एक पुत्र

बच्ची की नृशंस हत्या करने वाला आरोपित ¨रकू साहू को बड़ी बेटी दसवीं की छात्रा है। एक बेटी सात और पुत्र पांच वर्ष के है।

2008 में महिला के साथ किया दुष्कर्म का प्रयास, बच्चा उठा ले गया

रिंकू व कैलाश पर कई मामले

¨रकू साव का आपराधिक इतिहास पुलिस ने खंगाला तो जानकारी मिली कि 2008 में उसने साकची काशीडीह की एक महिला को चाकू का भय दिखा उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया था। इसके बाद महिला के पुत्र का अपहरण कर ले गया था। टेल्को में उसने बच्चे का अपहरण किया था। 2015 में बच्चे के अपहरण मामले में उसे तीन वर्ष की सजा हुई थी। मामले में 2018 को वह जेल से रिहा हुआ था। ¨रकू साहू और कैलाश कुमार का बच्चा चोरी में संलिप्त रहा है। कई बच्चों को उठा ले गए। हवस का शिकार बनाया। कई को बेच दिया। टेल्को और साकची में मामला दर्ज है। अगर पुलिस दोनों से सख्ती से पूछताछ करेगी तो कई लापता बच्चों के संबंध में जानकारी मिल सकती है।

साहेबगंज के युवक के साथ टाटानगर आई थी पुरुलिया की महिला

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले की झालदा की महिला अपने पति से तलाक के बाद झारखंड के साहेबगंज जिले के राजमहल थाना क्षेत्र निवासी मनु मंडल के साथ भागकर टाटानगर स्टेशन 25 जुलाई को बच्ची को लेकर आई थी। जिससे शादी करना चाहती थी। उसने पहले अपना नाम शेख बताया था। बच्चा चोरी होने पर उसने अपने प्रेमी के खिलाफ ही बच्चा को गायब करने का आरोप लगाते हुए टाटानगर रेल थाना में 26 जुलाई को पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करा दी। पुलिस ने प्रेमी को जेल भेज दिया। महिला को प्रेमी भी नहीं मिला। बच्चा भी उसने गंवा दिया।

बच्चों का ध्यान रखे अभिभावक

रेल डीएसपी नूर मुस्तफा अंसारी ने कहा कि अभिभावक बच्चों का ध्यान रखें। बच्चा चोर के टारगेट में बच्चे है। डीएसपी ने बताया कि स्टेशन की घटना से माता-पिता सबक ले। बच्चा चोर वैसे बच्चे की तलाश करते है जिनके माता-पिता भीड़ में बच्चों का ध्यान नहीं देते। हाथ छोड़ देते है जिसका फायदा बच्चा चोर उठाते है। बच्चों को अकेला नही छोडे़।

Posted By: Inextlive