कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच आईसीएमआर ने एक होम टेस्टिंग किट COVISELF Pathocatch को मंजूरी दी है। इससे घर पर कोरोना की जांच रैपिड एंटीजन टेस्टिंग किट के जरिए हो जाएगी। हालांकि आईसीएमआर ने इस कोरोना टेस्ट किट को लेकर एडवाइजरी भी जारी की है।

नई दिल्ली (एएनआई)। कोरोना वायरस महामारी के बीच अब घर पर भी खुद से कोविड-19 का टेस्ट किया जा सकता है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट (RATs) के जरिए होम टेस्ट किट को मंजूरी दे दी है। इस किट का नाम COVISELF (Pathocatch) है।इसके जरिए लोग घर में ही नाक के जरिए जांच का सैंपल ले सकेंगे। हालांकि इस होम बेस्ड टेस्टिंग किट के लिए एडवाइजरी भी जारी की है। आईसीएमआर ने बुधवार को कहा कि रैपिड एंटीजन टेस्ट का प्रयोग कोरोना वायरस के हल्के लक्षण या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हुए लोग कर सकते हैं। घरों में इसके अंधाधुंध परीक्षण की सलाह नहीं दी जाती है।

ICMR issues advisory for #COVID19 home testing using Rapid Antigen Tests (RATs) pic.twitter.com/3M4kctCpk3

— ANI (@ANI) May 19, 2021


होम टेस्टिंग मोबाइल ऐप डाउनलोड करने का सुझाव
आईसीएमआर ने सलाही दी कि होम बेस्ट टेस्टिंग किट के साथ दिए गए एक पर्चे पर उसके उपयोग से जुड़ी सारी जानकारी उपलब्ध होती है। इसे पढ़कर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा आईसीएमआर ने उपयोगकर्ताओं को अपने स्मार्टफोन पर होम टेस्टिंग मोबाइल ऐप डाउनलोड करने का सुझाव दिया और कहा कि इस मोबाइल ऐप के जरिये पॉजिटिव और निगेटिव रिपोर्ट मिलेगी।
मोबाइल फोन से टेस्ट स्ट्रिप की एक तस्वीर क्लिक करें

सभी यूजर्स को सलाह दी जाती है कि उन्हें टेस्टिंग को पूरा करने के बाद उसी मोबाइल फोन से टेस्ट स्ट्रिप की एक तस्वीर क्लिक करनी होगी जिसका उपयोग होम टेस्टिंग मोबाइल ऐप डाउनलोड करने और यूजर्स रजिस्ट्रेशन के लिए किया गया है। मोबाइल फोन का डेटा सीधे ICMR से कनेक्टेड टेस्टिंग पोर्टल पर स्टोर हो जाएगा। आईसीएमआर ने कहा कि मरीज की गोपनीयता बरकरार रहेगी।
तुरंत आरटीपीसीआर द्वारा परीक्षण करवाना चाहिए
इस टेस्ट के जरिए जिनकी पॉजिटिव रिपोर्ट आएगी उन्हें पॉजिटिव ही माना जाएगा। इसके बाद किसी दूसरे टेस्ट की जरूरत नहीं पड़ेगी। हालांकि साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया है कि अगर लक्षण वाले जिन मरीजों का रिजल्ट निगेटिव आता है तो उन्हें तुरंत आरटीपीसीआर द्वारा परीक्षण करवाना चाहिए क्योंकि कई बार हल्का कोरोना संक्रमण होने पर भी रैपिड टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव आ सकती है।

Posted By: Shweta Mishra