-आरआरटीएस टीम ने तलाशा हाई स्पीड रैपिड रेल का ट्रैक

-कमिश्नर और एमडीए अफसरों के साथ किया शहर का निरीक्षण

-हाई स्पीड ट्रेन को दौराला तक ले जाने की कवायद

Meerut: करीब पांच सालों से रैपिड रेल का सपना दिखाकर गुम होने वाली सरकारी संस्थाएं एक बार फिर धरातल पर आकर संभावनाएं तलाशने में जुट गई हैं। संस्था ने जो अपनी धरातल रिपोर्ट सौंपी है, उससे करीब पौने दो लाख लोगों को फायदा होने के आसार हैं। खैर अभी भी लोगों को इस प्रोजेक्ट के पूरा होने में करीब म् साल तक का इंतजार करना होगा। तो दुआ कीजिए अब इस प्रोजेक्ट में बाधा उत्पन्न न हो और अब बिना रुके इस पर काम चालू रहे।

दौराला तक जाएगी

मेरठ को एक घंटे के अंतराल में दिल्ली से जोड़ने वाली हाई स्पीड रैपिड रेल की कवायद जोड पकड़ती जा रही है। शहर में रैपिड रेल के संभावित ट्रैक तलाशने के लिए आरआरटीएस की टीम ने शहर का सर्वे किया। सर्वे के दौरान टीम ने कमिश्नर, डीएम और एमडीए अफसरों के साथ मिलकर रैपिड रेल को धरा पर उतारने के लिए जगह तलाशी। शहर का भौतिक निरीक्षण करने आई टीम ने अफसरों के सामने स्पष्ट कर दिया कि अब रैपिड रेल परतापुर ही नहीं बल्कि दौराला तक पहुंचाई जाएगी।

मेरठ पहुंची आरआरटीएस टीम

शासन के निर्देशों पर सोमवार को रैपिड रेल के लिए शहर के निरीक्षण का दिन मुकर्रर किया गया था। दोपहर करीब एक बजे एनसीआर प्लानिंग बोर्ड कमेटी के चेयरमैन योगेन्द्र नारायण अपनी टीम के साथ दिल्ली से परतापुर पहुंचे। कमिश्नर आलोक सिन्हा, डीएम पंकज यादव और एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के सदस्यों को साथ लेकर टीम ने आउटर सिटी होते हुए परतापुर से दौराला तक रैपिड के संभावित ट्रैक का सर्वे किया। इसके बाद टीम ने परतापुर से दिल्ली रोड होते हुए टीम बेगमपुल और दौराला पहुंची। आरआटीएस के चेयरमैन योगेन्द्र मोहन ने बताया कि इंटर सिटी को लेकर शहर में रैपिड टै्रक क्लैश करने की संभावना है। हालांकि उन्होंने क्लैश होने वाले स्टेशनों पर रैपिड के लिए एलीवेटेड प्लान से भी इंकार नहीं किया।

रूट का निरीक्षण

आरआरटीएस की टीम ने सराय काले खां से लेकर मोदीपुरम तक प्रस्तावित रैपिड रेल के संभावित ट्रैक और स्टेशन का भौतिक निरीक्षण किया। हाई स्पीड रैपिड रेल के सफर को तीन फेसों में बाटा गया है। पहला फेस सराय काले खां से लेकर आनंद विहार, दूसरा फेस आनंद विहार से लेकर परतापुर और तीसरे फेस में परतापुर से दौराला को रखा गया है।

अंडर ग्राउंड दौड़ेगी रैपिड

मेरठ विकास प्राधिकरण सचिव सौम्य श्रीवास्तव ने बताया कि शहर में रैपिड रेल इंटर सिटी मेट्रो के पैरलल दौड़ेगी। उन्होंने बताया कि शहर में 80 फीसद रूट पर मेट्रो एलीवेटेड प्रस्तावित है, वहीं रैपिड रेल शहर के भीतर-भीतर मेट्रो के नीचे अंडर ग्राउंड चलकर परतापुर से दौराला पहुंचेगी।

ये रहेगा रूट

सराय काले खान, आनंद विहार, साहिबाबाद, गाजियाबाद, मुरादनगर, मोदीनगर, मोहीउद्दीनपुर, परतापुर, जागरण चौराहा, एचआएस चौक और बेगमपुल।

ये होगा डाइवर्ट रूट

जागरण चौराहा से नौचंदी ग्राउंड और फिर मेडिकल कॉलेज

आठ किलोमीटर एलीवेटेड ट्रैक

पचास किमी के सफर में रैपिड रेल का आठ किमी का ट्रैक एलीवेटेड होगा। दरअसल, मोदीनगर और मुरादनगर में जाम की विकट समस्या को देखते हुए इन दोनों जगहों पर रैपिड को एलीवेटेड टै्रक पर दौड़ाने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान रैपिड के लिए मोदीनगर में छह किमी और मुरादनगर में दो किमी एलीवेटेड ट्रैक तैयार किया जाएगा।

दस मीटर का बनेगा सर्विस रोड

एमडीए अधिकारियों का कहना है कि शहर में जहां-जहां से रैपिड रेल गुजरेगी वहां-वहां उसके पैरलल दस मीटर का सर्विस रोड दिया जाएगा।

आउटर टै्रक पर भी चर्चा

दरअसल, मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर कंसलटेंट कंपनी राइटस ने रैपिड रेल के ट्रैक को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी। राइटस का मत था कि पुराने रूट पर रैपिड रेल का ट्रैक मेट्रो के रूट के क्लैश कर रहा है, लिहाजा रैपिड को शहर के बाहरी क्षेत्र से होकर आगे बढ़ाया जाए। राइटस की इस आपत्ति पर विराम लगाते हुए एनसीआर प्लानिंग बोर्ड कमेटी के चेयरमैन ने यह कहते हुए विराम लगा दिया कि अभी प्रस्तावित रूट में कोई फेर बदल नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि यदि भविष्य जरूरत पड़ी तो इस पर विचार किया जाएगा।

इस मौके पर कमिश्नर आलोक सिन्हा, डीएम पंकज यादव, एमडीए सचिव सौम्य श्रीवास्तव, एमडीए चीफ इंजीनियर एससी मिश्रा व सहायक नगर नियोजक विवेक भास्कर, एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के सदस्य कुश वर्मा आदि शामिल रहे।

अभी आरआरटीएस और एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के सदस्यों ने रैपिड रेल के लिए प्रस्तावित स्टेशनों का भौतिक निरीक्षण किया है। इसके बाद सर्वे रिपोर्ट शासन को सौंपी जाएगी।

-सौम्य श्रीवास्तव, सचिव एमडीए

Posted By: Inextlive