- केजीएमयू में कल्चरल फेस्ट रैप्सोडी-2015 का आयोजन

- देर रात तक जारी रहा मस्ती का खुमार

- जब वीसी से मेडिकोज ने पूछे बिंदास सवाल

LUCKNOW: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के एसपी ग्राउंड में खुले आसमां के नीचे लाउड म्यूजिक और एक से बढ़कर एक नगमों के साथ देर रात तक मस्ती का माहौल जारी रहा। मेडिकोज से लेकर टीचर्स तक थिरकते नजर आए। यह खास मौका था कल्चरल फेस्ट रैप्सोडी-2015 का।

आंख में पट्टी बांध फोड़ी मटकी

मंगलवार को दोपहर से ही कई कार्यक्रमों ऑर्गनाइज किये गये। इसमें मटकी फोड़, पेंटिंग, साड़ी पहनना जैसी प्रतियोगिताओं में मेडिकोज ने जमकर मस्ती की। इनके साथ ही टीचर्स भी विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते नजर आए।

नुक्कड़ नाटक के जरिए दिया संदेश

एमबीबीएस 2015 के मेडिकोज ने नुक्कड़ नाटक के जरिए रक्तदान, शरीर दान और अंग दान को लेकर जागरूकता का संदेश दिया। उन्होंने विस्तार से भ्रांतियों और फायदों के बारे में समझाया। अमित कुमार नायक ने बताया कि 18 से 65 वर्ष तक कोई भी रक्तदान कर सकता है। आकांक्षा ने समझाया कि कैसे कोई 12.5 ग्राम से अधिक हीमोग्लोबिन वाला व्यक्ति रक्तदान कर दूसरों की जिंदगी बचा सकता है। स्वाति ने बताया कि रक्तदान के बाद नई लाल कोशिकाएं बनने से शरीर में स्फूर्ति पैदा होती है।

देर रात तक जारी रहा मस्ती का माहौल

देर शाम शुरू हुए गीतों का दौर देर रात तक जारी रहा। शाश्वत मिश्रा ने मेरे सामने वाली खिड़की में एक चांद सा टुकड़ा रहता है तो 2015 बैच के छात्रों ने बद्तमीज दिल., आज उनसे पहली मुलाकात होगी इधर चला मैं उधर चला प्यार हुआ इकरार हुआबेबो मेरा दिल ले लो अनारकली डिस्को चली जैसे गानों पर जमकर डांस किया। सिंगिंग कांपटीशन में 2015 बैच की एकाग्रता ने बाजी मारी। एकाग्रता ने अपनी सुरीली आवाज से सबका दिल जीत लिया और मेडिकोज के साथ टीचर्स को भी झूमने पर मजबूर कर दिया। संदीप ने छप्पत तारे, नाच लूं, आयुष ने भीगे होठ तेरे, आकाश सिंह ने चेहरा है जो चांद खिला है नगमे प्रस्तुत किए।

जब वीसी ने खोले राज

कॉफी विद जार्जियन में वीसी प्रो। रविकांत और प्रो। बीना रवि ने अपने बारे में बिंदास होकर बाते मेडिकोज और टीचर्स के साथ शेयर की। दोनों ने बताया कि वो आज भी मॉल में मूवी देखने जाते हैं तो एक दिन में कम से कम दो मूवी देखते हैं। प्रो। बीना ने बताया कि एक बार तो उन्होंने एक ही दिन में तीन मूवी देखी। पढ़ाई के दिनों मे मैडम सर से सीनियर थी और दोनों की एक जैसी हैंड राइटिंग थी। एक बार तो प्रो। रविकांत के कारण प्रो। बीना को डाट भी पड़ी। वीसी प्रो। रविकांत ने अपने फेसबुक और व्हाट्सएप स्टेटस हुकुना मटाटा का राज भी बताया और कहा कि इसका मतलब वर्तमान में जियो भविष्य की चिंता मत करो। हुकुना मटाटा शब्द का यूज वे अपने प्रोफाइल पर करते हैं। इसके अलावा भी बहुत से प्रश्नों के बारे में बिंदास होकर उन्होंने उत्तर दिए।

Posted By: Inextlive