- पुलिस ने पीडि़ता अलका और उसकी बुआ का ही काट दिया चालान

- सोमवार को रसिया पति की एसएसपी ऑफिस में पीडि़त पत्‍‌नी ने परिवारीजनों के साथ कर दी थी पिटाई

- मारपीट के चलते कार्रवाई से बच निकला आरोपी पति, पत्‍‌नी के खिलाफ मुकदमा

Meerut : एसएसपी ऑफिस के सामने सोमवार को जो हाई प्रोफाइल फैमिली ड्रामा हुआ था उसमें पुलिस ने पीडि़ता और एक परिवारीजन का ही चालान काट दिया। पुलिस ने समाचार पत्रों में छपी खबरों को आधार मानते हुए और वीडियो क्लिपिंग व फोटो को साक्ष्य मानकर मंगलवार को यह कार्रवाई की। वहीं अलका मामले में आरोपी उसके पति पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि इस मारपीट के प्रकरण में पुलिस के अनुसार पति पीडि़त बन गया और अलका व उसके परिवारीजन आरोपी की श्रेणी में आ गए। फिलहाल पुलिस ने घटना के बाद दोनों के तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। यहां तक कि दोनों पक्षों का मेडिकल भी कराया था। जिसमें पति को ज्यादा चोटें आना दर्शाई गई।

एसएसपी ऑफिस बना था अखाड़ा

एसएसपी ऑफिस और उसके सामने की सड़क सोमवार को फैमिली ड्रामे का अखाड़ा बन गया था। अलका का उसके पति प्रेम सिंह वरुण से पुराना विवाद चल रहा है। उसका पति पहले भी तीन शादियां कर चुका है, जानकारी के बाद से ही अलका उससे अलग रह रही है। अलका ने अपने पति के खिलाफ दुष्कर्म समेत कई आरोपों में एफआईआर दर्ज करा रखी है। इसी संबंध में पैरवी करने वह अपने परिवारीजनों के साथ एसएसपी ऑफिस आई थी। ऑफिस के बाहर वरुण व उसके साथियों से अलका और उसके परिवारीजनों की भिड़ंत हो गई। अलका व उसे परिवारीजनों ने वरुण को खूब पीटा। उसकी गाड़ी पर ईट से वार किया। अलका ने वरुण पर गाड़ी चढ़ाकर उसे व उसके परिवारीजनों पर मारने का प्रयास का आरोप भी लगाया। मौके पर पहुंची सिविल लाइन थाना पुलिस ने दोनों पक्षों का मेडिकल कराकर तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया था।

धारा 151 के तहत काटा चालान

मंगलवार को इस घटना में संबंध में पुलिस ने जब कार्रवाई की तो वह पीडि़ता पक्ष पर ही भारी पड़ गया। अब तक तो अलका पीडि़ता थी और उसका पति वरुण आरोपी। लेकिन मंगलवार को यह स्थिति उलटी हो गई। सिविल लाइन थानाध्यक्ष इकबाल अहमद कलीम ने बताया कि मारपीट की घटना में अलका और उसकी बुआ उषा का धारा 151 के तहत चालान काट दिया है। जबकि उसके पति वरूण के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस ने इस संबंध में घटनास्थल पर मौजूद लोगों से वीडियो क्लिपिंग मांगे। वहीं मंगलवार को समाचार पत्रों में छपी खबर व फोटो को भी आधार माना। जिसके बाद उन्होंने अलका व उसकी बुआ के खिलाफ यह कार्रवाई की।

वर्जन

इस मामले में तो वरुण की पिटाई की गई। मैंने वीडियो क्लिप देखी। अखबारों में छपी फोटो भी देखी। जिससे साफ पता चलता है कि हमला अलका और उसके परिवारीजनों ने किया।

- इकबाल अहमद कलीम, धानाध्यक्ष, सिविल लाइन

Posted By: Inextlive