-शहर में आज निकलेगी रावण की शोभायात्रा

-एक मात्र रामलीला कमेटी निकालती है शोभायात्रा

ALLAHABAD: रामलीला के मंचन में राम के साथ ही रावण के पात्र का भी उतना ही महत्व है। बगैर रावण के रामायण नहीं हो सकता है। इसीलिए रावण को पूरी कथा में मुख्य स्थान भी मिला है। देश में ऐसे कम ही स्थान हैं जहां पर रामलीला के पूर्व रावण की शोभायात्रा उसके पूरे राजसी वैभव को प्रदर्शित करती हुई देखने को मिलता है। शहर में ही सिर्फ श्री कटरा रामलीला कमेटी ही है, जो सालों से रावण की शोभायात्रा निकालती है। ये परम्परा आज भी उसी तरह कायम है। पितृ पक्ष की एकादशी को सालों से लगातार महाराज रावण की शोभा यात्रा पूरी भव्यता के साथ निकाली जाती है। इस बार भी इसका आयोजन गुरुवार को होना है। जिसकी सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं।

ऋषि भारद्वाज के वंशज थे रावण

लंकापति रावण की शोभायात्रा निकालने के पीछे के कारणों के बारे में श्री कटरा रामलीला कमेटी के अध्यक्ष गोपालबाबू जायसवाल ने बताया कि रावण ऋषि विशर्वा की संतान थे और ऋषि विशर्वा महामुनि भारद्वाज के वंशज थे। इसी कारण कमेटी की ओर से लंका नरेश की शोभायात्रा निकालने की परम्परा चली आ रही है, जिसमें रावण के पूरे वंश पर आधारित झांकियों का प्रदर्शन किया जाता है। उन्होंने बताया कि श्री कटरा रामलीला कमेटी की ओर से रावण वध भी नहीं किया जाता है।

आग उगलते चलेगी रावण की सेना

रावण की शोभा यात्रा में इस बार शहरियों को इस बार बेहद भव्यता देखने को मिलेगी। इस बार रावण की शोभा यात्रा में रावण, मेघनाथ, कुंभकरण, मंदोदरी और विभीषण की चौकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ ही रावण के जीवन और उससे जुड़े प्रसंगों जिनमें मुख्य रूप से रावण द्वारा शिव उपासना, शिव तप, रावण दरबार में अंगद पर आधारित प्रसंग समेत अन्य कथाओं पर आधारित करीब दो दर्जन झांकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। शोभा यात्रा की शुरुआत भारद्वाज मुनि आश्रम से शुरु होकर अपने निर्धारित मार्गो से होकर गुजरेगी। शोभायात्रा की भव्यता बढ़ाने के लिए मध्य प्रदेश और हरिद्वार से विशेष रूप से बैंड को बुलाया गया है। जिससे शोभायात्रा की भव्यता को कायम रखा जा सके।

Posted By: Inextlive