क्‍या आप जानते हैं कि जिस नोट पर आपको रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई गर्वनर के हस्‍ताक्षर दिखते हैं और जिसका देश की अर्थव्‍यवस्‍था से जुड़ी नीतियों का निर्धारण करने में अहम रोल है उसे सैलरी कितनी मिलती है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट की माने तो आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन को अपने ही स्‍टाफ के लोगों से कम सैलेरी मिलती है।


आईआईएम ग्रेजुएट से कम सैलरी पाते है राजनरघुराम राजन को साउथ मुंबई के पॉश इलाके में एक बंगला मिला हुआ है। वह देश के सबसे अमीर उद्योगपतियों के बंगले के ठीक सामने रहते हैं। राजन को केंद्र सरकार में कैबिनेट सेक्रेटरी के बराबर ही सैलरी मिलती है। लेकिन अगर बात आईआईएम ग्रेजुएट को मिलने वाली सैलरी से करें तो यह काफी कम है। एक रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर 2015 में आईआईएम कोलकाता के छात्र को 33.7 लाख रुपए प्रतिवर्ष की सैलरी का ऑफर मिला थाइतना मासिक वेतन पाते हैं आरबीआई के गवर्नर


आरबीआई के गवर्नर के तौर पर राजन की सैलरी की बात की जाए तो वह निचले पायदान पर नजर आते हैं। रिजर्व बैंक द्वारा सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी के तहत जो ब्योरा दिया गया है उसके अनुसार केंद्रीय बैंक के गवर्नर राजन का मासिक वेतन 1,98,700 रुपये बैठता है। इसमें 90,000 रुपये का मूल वेतन तथा 1,01,700 रुपये का महंगाई भत्ता जिसमें 7,000 रुपये अन्य के शामिल हैं। रिजर्व बैंक द्वारा अपने कर्मचारियों के मासिक वेतन-भत्तों के बारे में जो जानकारी दी गई है। इन अधिकारियों का वेतन है गवर्नर से भी ज्यादा

आरबीआई द्वारा दी गई जानकारियों की माने तो तीन अन्य अधिकारियों का मासिक वेतन राजन से अधिक है। गोपालकृष्ण सीताराम हेगड़े 4 लाख रुपये, अन्नामलाई अरापुल्ली गाउंदर 2,20,355 रुपये तथा वी कंडासामी 2.1 लाख रुपये के साथ सर्वाधिक सैलेरी पाते है। रघुराम राजन को 30 जून, 2015 को 1.98 लाख रुपये की मासिल सैलरी मिली थी। किसी आईआईएम ग्रैजुएट से यह सैलरी अधिक नहीं है। ताजा ब्यौरा आरबीआई ने अपनी वेबसाइट पर भी डाला है। यह ब्योरा जून-जुलाई, 2015 की अवधि का है। यह पता नहीं चल सका कि अन्य तीनों लोग रिजर्व बैंक में अभी हैं या नहीं।

Posted By: Prabha Punj Mishra