आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में सर्वसम्मति से पॉलिसी रेपो रेट को 4 फीसदी पर यथावत रखने के पक्ष में वोटिंग की गई है। इस बात की जानकारी आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने दी है।

मुंबई (एएनआई)। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को अपनी नई मौद्रिक नीति में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई ने रेपो दर को 4 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने दो दिसंबर से शुरू हुई तीन दिवसीय बैठक के बाद यथास्थिति बनाए रखने का सर्वसम्मत निर्णय लिया। इस संबंध में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि एमपीसी ने नीतिगत रेपो दर को 4 प्रतिशत पर बिना किसी बदलाव के रखने के लिए सर्वसम्मति से मतदान किया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि रिवर्स रेपो दर भी 3.35 प्रतिशत पर स्थिर है।

MPC decided to continue with accommodative stands of monetary policy as long as necessary, at least till current financial year & into next year to revive growth on a durable basis & mitigate the impact of COVID-19 while ensuring that inflation remains within target: RBI Governor https://t.co/XjbTZ58gx5

— ANI (@ANI) December 4, 2020


सर्दियों के महीनों में महंगाई में कुछ राहत मिलने की संभावना
एमपीसी का मानना ​​है कि सर्दियों के महीनों में महंगाई में कुछ राहत मिलने की संभावना है। बीती मौद्रिक समीक्षा के दौरान भी रेपो रेट में कोई कटौती नहीं हुई थी। आरबीआई ने अपनी मौद्रिक नीतियों में अंतिम बार 22 मई को बदलाव किया था। मांग को बढ़ाने के लिए आरबीआई ने ऐतिहासिक रूप से ब्याज दरों में कटौती की थी। बतादें कि 2016 से ब्याज दरें निश्चित करने में सरकार भी शामिल हो गई। आरबीआई गवर्नर के अलावा इसमें 6 सदस्यों का एमपीसी पैनल आरबीआई की प्रमुख दरों को तय करते आ रहा है। इसमें आधे सदस्य गवर्नर की अगुआई में होते हैं जबकि बाकी एक्सटर्नल मेंबर स्वतंत्र होते हैं।

Posted By: Shweta Mishra