रिजर्व बैंक ने मंगलवार को अपनी मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू के बाद रेपो रेट और सीआरआर में कोई बदलाव नहीं किया है. ईएमआई में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है. एसएलआर में 0.5 फीसदी की छूट मिलने से बैंकों के पास पर्याप्त पैसा अवेलेबल होगा. जिससे लोन मिलने में तो कोई मुश्किल नहीं आएगी लेकिन रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होने से इंटरेस्ट रेट्स वही रहेंगे.


एसएलआर में 0.5 फीसदी की कटौतीरेपो रेट को बिना बदले 8 फीसदी ही रखा गया है. रिवर्स रेपो रेट 9 फीसदी, बैंक रेट 9 फीसदी और एमएसएफ 9 फीसदी ही रखा गया है. हालांकि एसएलआर में 0.5 फीसदी की कटौती की गई है. अब एसएलआर 22.5 फीसदी हो गया है. एसएलआर में कटौती 14 जून से लागू होगी. रिजर्व बैंक के मुताबिक एसएलआर में कटौती से बैंकों को क्रेडिट बढ़ाने में मदद मिलेगी.मंहगाई कम करना है रघुराम राजन का लक्ष्य
आरबीआई गवर्नर सितंबर 2013 में पंद संभालने के बाद की पॉलिसी रेट्स में तीन बार बढ़ोत्तरी कर चुके हैं. भले ही ग्रोथ रेट पिछले दशक के मिनिमम लेवल पर रहा है. देश की ग्रोथ रेट लगातार दूसरे साल 2013-14 में पांच फीसदी से नीचे रही है. राजन ने कंज्यूमर इंफ्लेशन रेट को इस फिनैंशियल इयर के आखिर में आठ फीसदी और अगले साल छह फीसदी तक लाने का टार्गेट रखा है. रिटेल इंफ्लेशन रेट अप्रैल में 8.58 रही जो पूरे साल 10 के लगभग थी. अप्रैल में खाद्य पदार्थों में मंहगाई दर 9.66 फीसदी रही.

Posted By: Shweta Mishra