रूस ने सिंधुरक्षक पनडुब्बी हादसे के पीछे सुरक्षा नियमों की अनदेखी की आशंका जतायी है. रूसी उप प्रधानमंत्री दिमित्री रोगोजिन ने कहा सिंधुरक्षक द्वारा 15 हजार नॉटिकल माइल 27750 किमी की दूरी तय करने के बाद भी इसकी तकनीक पर सवाल नहीं उठाए गए थे.


पहले नहीं उठाए कोई सवालरोगोजिन के हवाले से इतर तास ने खबर दी है कि सिंधुरक्षक पनडुब्बी सौंपते वक्त भारत ने इसके तकनीकी पहलू को लेकर कोई सवाल नहीं उठाया था. विशेषज्ञों का हवाला देते हुए रूसी उप प्रधानमंत्री ने कहा कि सुरक्षा संबंधी नियमों की अनदेखी इस हादसे की प्रमुख वजह हो सकती है. हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि हादसे के कारणों को ढूंढऩे के लिए जांच की जा रही है.बैटरी चार्ज वाली जगह पर धमाकाऐसे में हमलोग उपकरणों को लेकर टिप्पणी नहीं कर सकते. रोगोजिन ने कहा कि उनकी जानकारी के मुताबिक पनडुब्बी के जिस हिस्से में बैटरी चार्ज हो रही थी, वहीं पर धमाका हुआ. यह जोखिम भरा काम है, जो उपकरणों के बजाय सुरक्षा संबंधी मानकों का मामला लगता है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh