- एजेंट्स टिकट बुक कराते समय फीड कर देते हैं गलत मोबाइल नम्बर

-टिकट बुक कराते समय बरते सावधानी, ताकि बाद में न हो परेशानी

200-से अधिक ट्रेनें अप और डाउन लाइन पर गुजरती हैं डेली

20-हजार से अधिक पैसेंजर्स करते हैं डेली सफर

6- से अधिक एजेंट्स पर इस वर्ष हो चुकी है कार्रवाई

3-रेलवे जंक्शन हैं शहर में

केस 1

नहीं मिला रिफंड

- मैंने दिल्ली जाने के लिए ऑनलाइन टिकट बुक कराया था, लेकिन किसी वजह से जर्नी कैंसिल करनी पड़ी। टिकट तो कैंसिल करा दिया, लेकिन रिफंड नहीं मिला।

अरुण अरोरा

केस 2

चला गया पूरा किराया

-किसी के लिए टिकट ऑनलाइन बुक कराया था, यात्रा कैंसिल कर दी लेकिन टिकट कैंसिल करने के बाद भी रिफंड नहीं आया। इससे पूरा टिकट का रुपए चला गया।

शानू काजमी

नहीं सुनते अधिकारी

-एजेंट से ऑनलाइन टिकट बुक कराया था, वेटिंग कंफर्म नहीं हुई तो जर्नी कैंसिल कर दी, लेकिन रिफंड नहीं मिला। अधिकारियों ने भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।

जफर अब्बास नकवी

बरेली:

इन तीन पैसेंजर्स की तरह एजेंट्स के जरिए रेलवे का ऑनलाइन टिकट बुक कराने वाले कई पैसेंजर्स टिकट कैंसिल होने के बाद भी रिफंड न मिलने से परेशान होते हैं। वजह है कि एजेंट ऑनलाइन डिटेल फिल करते समय गलत मोबाइल नंबर फिल कर देते हैं जिससे टिकट कैंसिल कराने के बाद आईआरसीटीसी से भेजा गया ओटीपी का मैसेज उनके मोबाइल पर नहीं आता है इसके चलते रिफंड की रकम फंस जाती है।

अवेयर नहीं हैं पैसेंजर्स

आईआरसीटीसी ने ऑनलाइन टिकट रिफंड के रूल्स में बदलाव कर दिया है। नए रूल्स के तहत ऑनलाइन रिजर्वेशन कराने वाले पैसेंजर्स को टिकट कैंसिल कराने या फिर वेटिंग टिकट कंफर्म नहीं होने की कंडीशन में रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर आईआरसीटीसी की तरफ से ओटीपी भेजा जाता है। ओटीपी यूज करने के बाद ही रिफंड पैसेंजर्स के अकाउंट में पहुंच पाएगा। रेलवे अफसरों की माने तो इस बदलाव से एजेंट्स की मनमानी पर लगाम लगेगी, लेकिन ज्यादातर पैसेंजर्स एजेंट्स से टिकट बुक कराते समय ध्यान नहीं देते हैं और एजेंट मनचाहा मोबाइल नंबर फिल कर देते हैं। ऐसे में टिकट कैंसिल कराने पर ओटीपी उसी नंबर पर जाता है तो ऑनलाइन डिटेल में फिल होता है।

-जारी किया निर्देश

रेल-ई-टिकट आईआरसीटीसी की वेबसाइट से ही बुक करें

-आईआरसीटीसी के ऑथराइज एजेंट्स से ही टिकट बुक कराएं

-ई-टिकट बुक कराने के दौरान पैसेंजर्स अपना सही फोन नम्बर लिखें

एजेंट्स पर लगेगा लगाम

पैसेंजर्स को एजेंट्स के माध्यम से टिकट बुक कराते समय अलर्ट रहना चाहिए। क्योंकि एजेंट्स अक्सर अपना या फिर किसी अपने का मोबाइल नम्बर डिटेल्स में दे देते हैं। इससे टिकट कैंसिल कराने पर ओटीपी उसी मोबाइल नंबर पर जाता है और टिकट बुक कराने वाले को रिफंड नहीं मिल पाता है। एक ओर एजेंट्स टिकट बुक कराने पर मनमाना चार्ज लेते हैं वहीं ओटीपी आने के बाद रिफंड की रकम भी उनके ही अकाउंट में पहुंच जाती है।

सही मोबाइल नम्बर करें फिल

रेलवे अफसरों की माने तो ऑनलाइन टिकट बुक कराते समय पैसेंजर्स सही मोबाइल नम्बर फिल करें, जिससे कभी टिकट कंफर्म नहीं हो पर या टिकट कैंसिल कराने पर ओटीपी आने में आसानी से रिसीव हो जाएगी। क्योंकि टिकट कैंसिल कराने के बाद रिफंड तभी पैसेंजर्स को मिलेगा जब उसके फोन में आए ओटीपी उसके पास होगा।

Posted By: Inextlive