ALLAHABAD: अपने ही घर में मेहमान बनने का मामला आपने कभी शायद ही सुना हो. लेकिन इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में इन दिनों कुछ ऐसी ही स्थिति देखने को मिल रही है. जी हां टीचर्स की कमी को पूरा करने के लिए यूनिवर्सिटी के रेगुलर टीचर अपने डिपार्टमेंट में गेस्ट फैकल्टी का भी रोल प्ले कर रहे हैं. हालांकि टीचर इसके लिए मजबूर हैं. दरअसल यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने इसके लिए ऑर्डर जारी कर दिया है.


Colleges में भी है यही स्थिति

ये स्थिति यूनिवर्सिटी में ही नहीं बल्कि कॉलेजों में भी है। दरअसल यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने सेशन की शुरुआत में हर साल की तरह गेस्ट फैकल्टी अप्वाइंटमेंट पर रोक लगा दिया। यूनिवर्सिटी ऑफिसर्स का कहना था कि यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड टीचर और अन्य दूसरी यूनिवर्सिटी के इच्छुक रेगुलर व रिटायर्ड दोनों तरह के टीचर्स को बतौर विजिटिंग फैकल्टी क्लास एलॉट की जाए। लेकिन जब बात नहीं बनी तो मजबूरन यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को यूनिवर्सिटी व कॉलेज के रेगुलर टीचर्स को गेस्ट फैकल्टी की क्लास एलॉट करने का फरमान जारी करना पड़ा.

 शुरू हो गया विरोध

हालांकि यूनिवर्सिटी का ये डिसीजन पूरी तरह से लागू हो पाता इससे पहले ही विरोध शुरू हो गया। ऑल इंडिया पीएचडी होल्डर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ। रमेश यादव सहित अन्य मेंबर्स ने विरोध करना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी के इस डिसीजन से बेरोजगार पीएचडीधारकों का हक तो छीना ही जा रहा है, साथ ही स्टूडेंट्स के साथ भी अन्याय होगा। डिपार्टमेंट टीचर्स पर खुद के रेगुलर क्लास के साथ अन्य क्लास का लोड पढ़ाई की क्वालिटी का प्रभावित करेगा। इस आर्डर का वापस लेने की डिमांड करते हुए एसोसिएशन मेंबर्स ने वीसी को ज्ञापन सौंपा है.

 

Posted By: Inextlive